Thursday , 12 December 2024
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उत्तराखंड: “दिशा धियाणी” शुद्धता की गारंटी, यहां मिलेंगे सभी जैविक उत्पाद

देहरादून: जैविक उत्पाद मतलब शुद्धता की गारंटी। यह जैविक उत्पाद जहां, हमारे शरीर में मौजूद कई बीमारियों को दूर भगाने का काम करती हैं। वहीं, बीमारियों को शरीर के आसपास भी नहीं फटकने देते हैं। जैविक उत्पादों की मांग रोजाना बढ़ती जा रही है। ऐसे में जैविक उत्पादों की शुद्धता पर भी मिलावटखोरी का खतरा मंडरा रहा है।

अगर आप भी जैविक उत्पाद खरीदना चाहते हैं और मिलावटखोरी की खतरे से बचना चाहते हैं, तो “दिशा धियाणी” आपके लिए पूरी गारंटी के साथ जैविक उत्पाद उपलब्ध करता है। दिशा धियाणी में आपको यमुना घाटी के पुरोला के लाल चावल से लेकर सांकरी, हर्षिल और पिथौरागढ़ की राजमा भी उपलब्ध कराता है।

 

गहत, काली दाल, रंयास, मंडुआ, झंगोरा, पहाड़ी पीसा हुआ नमक, मंसूर की समेत शहद, पहाड़ी मसाले समेत पहाड़ के किसानों के खेतों में जैविक ढंग से उगने वाला हर उत्पाद आपको दिशा धियाणी स्टोर में मिल जाएगा। अगर आप भी जैविक उत्पाद खरीद कर अपने स्वास्थ्य को ठीक रखना चाहते हैं, तो देहरादून के बालावाला में दिशा धियाणी का आउटलेट है, जहां से आप पहाड़ी उत्पाद खरीद सकते हैं।

https://maps.app.goo.gl/7d8UYrRZZUJ7XdQT8

दिशा धियाणी केवल एक व्यावसायिक स्टोर नहीं है, बल्कि पहाड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक अभियान भी है। दिशा धियाणी स्टोर में आपको जो भी उत्पाद मिलेंगे वह सीधे गांव धियाणियों से खरीदा जाता है। इससे जो भी कमाई होती है, उससे सीधा लाभ पहाड़ की उन महिलाओं और महिला समूहों को मिलता है, जिनके जैविक उत्पादों को दिशा धियाणी के जरिए बाजार मिल रहा है।

दिशा धियाणी के संस्थापक समाज सेवी कवींद्र इष्टवाल का  कहना है कि उनकी सोच इसको शुरू करने के पीछे यह थी कि पहाड़ की उन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए, जो दिन-रात कड़ी मेहनत कर इन जैविक उत्पादन को उगाती हैं। लेकिन, उनको बाजार नहीं मिल पाता है। बाजार नहीं मिल पाने के कारण उनके उत्पाद या तो गांव में ही रह जाते हैं या फिर वह सस्ते दामों में लोगों को बेच देते हैं। दिशा धियाणी के जरिए ऐसी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक अभियान शुरू किया गया है, जिसे भविष्य में और विस्तार दिया जाएगा।

 

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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