बड़कोट : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के बयान से बवाल मच गया है। उनके बयान से लोग आक्रोशित हैं। लोगों का कहना है कि सरकार लगातार यमुनोत्री धाम की अनदेखी कर रही है। जिसके चलते स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थ यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सतपाल महाराज के बयान पर कांग्रेस नेता विजयपाल रावत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि वो और उनकी टीम 18 मई को यमुनोत्री धाम जाएंगे और स्थानीय मजदूरों, घोड़ा-खच्चर संचालकों से उनकी समस्याएं जानेंगे। उनका कहना है कि यमुनोत्री धाम की यात्रा स्थानीय दुकानदार, कुली ऐजेंसी के घोड़े खच्चरों और डंडी-कंडी वाले स्थानीय ग्रामीण मजदूरों और स्थानीय टैक्सी चालकों के सहयोग एवं सुझावों के बिना संभव नही है। देश विदेश से आ रहे पर्यटक हमारे अतिथि हैं और रवांई घाटी के लोग अतिथि सत्कार करना सरकार से बेहतर ढंग से जानते हैं। किंतु स्थानीय आदमी के हितों को दरकिनार कर सरकार चार धाम यात्रा को सफल ढंग से संचालित नही कर सकती।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है कि यमुनोत्री धाम में अव्यवस्था स्थानीय लोगों के कारण हुई है। इसलिये किसी भी स्थानीय साथी को अगर लगता है कि उसके साथ शासन-प्रशासन या पुलिस द्वारा कोई अभद्रता की जा रही है तो इस मोबाइल नंबर 06395907957 से या निजी रूप से संपर्क कर सकते। हम आपकी हर संभव लड़ाई को लड़ने का काम करेंगे।
विजयपाल रावत ने कहा कि हम सबके आदर्श पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष स्वर्गीय राजेंद्र सिंह रावत जी जीवन भर यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान स्थानीय मजदूरों के रोजगार और रोजी-रोटी के अधिकारों को सुरक्षित और उनको संरक्षण देने की लड़ाई लड़ने का काम करते थे। हम उसी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने की कोशिश करना चाहते है। हमारी रवांई घाटी के तमाम राजनीतिक साथियों, समाजसेवियों एवं पत्रकार साथियों से अनुरोध है कृपया इस मुहिम में स्थानीय लोगों को आगे बढ़कर सहयोग करें।