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देहरादून: उत्तराखंड पुलिस में प्रमोशन के लिए सिपाहियों ने फिजीकल टेस्ट से लेकर लिखित परीक्षा तक में खूब मेहनत की। मेहनत के बाद सभी को उम्मीद होती है कि उनको मेहनत का फल मिलेगा। सभी इसके लिए इंतजार भी कर रहे हैं। लेकिन, रैंकर भर्ती परीक्षा का फाइनल रिजल्ट कमेटियों की रिपोर्ट और आपत्तियों में उलझकर रह गया है। इस भर्ती में 394 हेड कॉन्स्टेबल पद (सिविल पुलिस), 61 दरोगा पद (सिविल पुलिस), 77 प्लाटून कमांडर के पद (सब इंस्पेक्टर) PAC, 250 हेड-कॉन्स्टेबल पद (PAC), 215 हेड कांस्टेबल पद (सशस्त्र पुलिस) के शामिल हैं।
दफ्तरों में घूम रही रिजल्ट की फाइल
रिजल्ट की फाइल कभी डीआईजी और कभी मुख्यालय ऑफिस में जाती है। हर बार कोई ना कोई आपत्ति लगने के बाद फाइल फिर फंस जाती है। वहां से आपत्तियों का निस्तारण होने के बाद चयन आयोग पहुंचती है और फिर वहां से वापस पुलिस मुख्यालय एक ओर आपत्ति के साथ भेज दी जाती है। बार-बार आपत्तियों के कारण रैंकर्स भर्ती में प्रमोशन का इंतजार कर रहे पुलिस जवानों इंतार और लंबा हाता जा रहा है।
अपत्तियों और कमेटियों की रिपोर्ट
बार-बार की अपत्तियों और कमेटियों की रिपोर्ट की उलझनों में कंधे पर दो सितारे सजाने का सपना देख रहे कांस्टेबलों उम्मीदों को बार-बार झटका लग रहा है। सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल के पदों पर होने वाली रैंकर्स भर्ती के लिए फरवरी में लिखित परीक्षा हुई थी। इसके बाद अप्रैल में चयनित अभ्यर्थियों का फिजिकल भी हो गया।
जल्द जारी होगा परिणाम
कुछ आपत्तियों को दूर कर कुछ और अभ्यर्थियों को पास किया गया। डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि भर्ती के लिए अलग-अलग बोर्ड बनाए गए हैं। सभी रिपोर्टें और आपत्तियों के बाद फाइन रिजल्ट आयोग को भेजा जाएगा। जल्द ही प्रक्रिया पूरी होने वाली है। परिणाम जल्द जारी कर दिए जाएंगे।
ACR करैक्टर रिपोर्ट
रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम में हो रही देरी की मुख्य दो वजह सामने आ रही हैं। पहली वजह पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित चार कमेटियों में से एक कमेटी है, जिसमें कमेटी की ओर से हेड-कांस्टेबल पदों पर मिलने वाले विभागीय सेवा एनुअल करैक्टर रिपोर्ट (ACR) अंक जुड़ने की रिपोर्ट का सत्यापन कर उसे अब तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा नहीं गया है।
पुलिस नियमावली की जानकारी
दूसरी वजह आयोग की तरफ से सामने आयी है। आयोग ने पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी है कि अगर कोई परीक्षार्थी हेड-कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर दोनों पदों के लिए उत्तीर्ण होता है, तो उसे कौन सा पद दिया जाएगा। आयोग ने इस विषय पर पुलिस नियमावली की जानकारी भी मांगी है। ताकि उसमें इस विषय के निस्तारण को लेकर कोई जिक्र किया गया हो।
लिखित परीक्षा 21 फरवरी
2015-16 के बाद 2021 में रैंकर्स प्रमोशन की लिखित परीक्षा 21 फरवरी को की गई थी। इसमें कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से सब-इंस्पेक्टर पदों के प्रमोशन के लिए लगभग 10,500 पुलिस परीक्षार्थियों ने भाग लिया। परीक्षा के बाद मार्च माह में इस रैंकर परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन घोषित किया गया. इसमें मेरिट के आधार पर 1350 परीक्षार्थियों ने हेड-कांस्टेबल पद के लिए बाजी मारी। जबकि 650 परीक्षार्थी दरोगा पद के लिए उत्तीर्ण हुए.लिखित परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हरिद्वार में कराया गया।
चार कमेटियां गठित
इसके बाद पुलिस मुख्यालय स्तर पर चार कमेटियां गठित की गईं। इन कमेटियों द्वारा रैंकर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले पुलिसकर्मियों का वार्षिक मंतव्य असीआर का अवलोकन और सत्यापन कर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जाना था। जानकारी के अनुसार 3 कमेटियों ने विभागीय अंकों वाली रिपोर्ट आयोग को भेज दी है। लेकिन हेड-कांस्टेबल में उत्तीर्ण होने वाले पुलिस कर्मियों की एसीआर रिपोर्ट एक कमेटी ओर से अब तक आयोग को नहीं भेजी गई है।