पिथौरागढ़ : पिछले दिनों भारी बारिश के कारण पिथौरागढ़ जिले के दरमा, व्यास और चौदास घाटी को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गई थी। यह मार्ग केवल आम लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यह अहम मार्ग पिछले 100 दिनों से बंद है। इसे खोलने के लिए करीब 140 मजदूर, पोकलैंड मशीन, जेसीबी, कंप्रेशर और 10 दूसरी मशीनें खोलने में जुटी हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। इस मार्ग के बदं होने के कारण बंद सड़क को खोलने में जुटी मशीनों के लिए डीजल तक नहीं पहुंच पा रहा है।
ढुलाई भाड़ा बढ़ने से धारचूला में 96 रुपये लीटर मिलने वाला डीजल 150 रुपये लीटर तक पहुंच रहा है। इन हालातों में कार्यदायी संस्थाओं के लिए जल्द सड़क खोल पाना चुनौती बन गया है। सीमा पर सेना की पहुंच के साथ ही यह सड़क दारमा, चौदास और व्यास वैली के 30 से अधिक गांवों को जोड़ने वाली सोबला-दर-तिदांग सड़क 18 जून से बंद है।
सीपीडब्लूडी के एई कपिल कुमार के अनुसार मशीनों के लिए डीजल तक पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। कई किमी सड़क वॉश आउट होने से वाहनों से डीजल पहुंचाना मुमकिन नहीं है। वैली ब्रिज के निर्माण के लिए जरूरी सामग्री पहुंचाना मुश्किल हो गया है। कई जगह सड़क पूरी तरह से खत्म हो गई। पहाड़ी दरकने का सिलसिला जारी है। मशीनों के लिए डीजल 150 रुपये से अधिक के भाव पर पहुंच रहा है। ढुलाई के लिए पर्याप्त मजदूर भी नहीं मिल पा रहे हैं।