नैनीताल : अक्टूबर महीने में हुई बारिश ने आज तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। आलम यह हो गया कि नैनीझील ओवरफ्लो हो गई। खतरा मंडराता देख झील के दोनों निकासी गेट खोलने पड़े। इसके बावजूद रात तक माल रोड और नैना देवी मंदिर परिसर में झील का पानी भर गया।
आमतौर पर सितंबर में मानसून की विदाई के बाद अक्तूबर में नैनीझील का जलस्तर काफी घट जाता है। 18 अक्तूबर की तिथि में 2020 में यह 8 फीट 6 इंच, 2019 में 8 फीट 8 इंच, 2018 में 11 फीट, 2017 में 10 फीट 3 इंच, 2016 में 7 फीट 7 इंच, 2015 में 8 फीट 5 इंच, 2014 और अतिवृष्टि वाले 2013 दोनों में जलस्तर 10 फीट 5 इंच रहा। लेकिन सोमवार को झील का जलस्तर काफी बढ़ गया।
सिंचाई विभाग के ईई केएएस चौहान ने बताया कि अक्तूबर में झील का पानी उच्चतम स्तर 12 फीट तक पहुंचा है। नैनीताल में कल से अब तक 150 मिमी से ज्यादा वर्षा हो चुकी।
उन्होंने बताया कि झील के डांठ इसी वर्ष ऑटोमेटिक स्काडा सिस्टम से खुलने की व्यवस्था की गई थी लेकिन इसमें एक बार में तीन इंच से ज्यादा डांठ नहीं खोले जा सकते इसलिए उन्हें मैन्युअली खोलना पड़ा।