खटीमा: सीएम पुष्कर सिंह धामी अपने गृह क्षेत्र खटीमा में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम ने मंडी समिति में धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने आश्रम पद्धति विद्यालय और एकलव्य विद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने निर्माणदायी संस्था के अधिकारियों को 15 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी का एक अलग ही अंदाज देखने को मिला।
इस तस्वीर ने सीएम के प्रति प्यार और सम्मान और बढ़ा दिया। हर कोई युवा सीएम के फैन बन गए। दरअसल सीएम ने एक मूंगफली वाले को रोका और मूंगफली खरीदी औऱ खाई भी।चिरौंजी भाई मूंगफली वाले को नहीं भूले सीएम धामी इस दौरान सीएम ने एक ठेले में मूंगफली बेच रहे ठेलेवाले को रोका।
मूंगफली वाले का नाम है चिरौंजी भाई…जिसे सीएम भूले नहीं। सीएम बनने पहले कई बार पुष्कर सिंह धामी चिरौंजी भाई से मूंगफली खरीद कर खा चुके हैं। आज सीएम बनने के बाद पहली बार सीएम धामी ने चिरौंजी भाई से मूंगफली खरीदी और खाई जिससे चिरौंजी भाई भी खुश हुए कि धामी सीएम बनने के बाद भी उसे नहीं भूले। ये दर्शाता है कि सीएम कितनी सामान्य जिंदगी जीते हैं और सबको साथ लेकर चलते हैं।
सीएम धामी का ये अंदाज दिखाता है कि वो जमीन से जु़ड़े नेता हैं। जो हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखते हैं और उन्हें स्पेशल फील भी कराते हैं। आज चिरौंजी भाई से मूंगफली खरीद कर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ये दिखाता है कि सीएम बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी में बदलाव नहीं आया। खटीमा दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने आश्रम पद्धति विद्यालय-एकलव्य विद्यालय के साथ ही निर्माणाधीन रोडवेज व पुराने अस्पताल में निर्माणाधीन सैनिक कैंटीन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 15 दिसंबर तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर बिल्डिंगों को हैंड ओवर करने के निर्देश दिए। वहीं मुख्यमंत्री ने सरकारी अस्पताल का भी निरीक्षण किया. इस दौरान वह मरीजों से मिले। साथ ही बाजार में मुख्यमंत्री ने मूंगफली के ठेले पर रोककर मूंगफली खरीदी साथ ही दुकानदारों के भी हाल-चाल पूछे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह आज खटीमा पहुंचे हैं और उन्होंने खटीमा में जितने भी निर्माण कार्य चल रहे है। सभी का मौके पर जाकर निरीक्षण किया है। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी निर्माण कार्य 15 दिसंबर तक पूरे कर लिए जाएं ताकि जिन योजनाओ का उन्होंने शिलान्यास किया है उनको वह जनता को भी समर्पित कर सकें।