देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं। सोशल मीडिया में एक पत्र के वायरल होने पर सीएम ने यह एक्शन लिया है। दरअसल, सीएमओ के एक अधिकारी द्वारा भेजा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें अधिकारी ने बागेश्वर एसएसपी को पत्र लिखकर खड़िया से भरे चार ट्रकों को छोड़ने के लिए कहा गया था।
खड़िया लदे वाहनों का चालान रद्द करने के लिए बागेश्वर के पुलिस कप्तान को संबोधित पत्र मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को भारी पड़ गया। सोशल मीडिया में पत्र के वायरल होने और विपक्ष के सदन में सवाल उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिष्ट की पीआरओ पद से छुट्टी कर दी गई। बिष्ट पर गाज गिराने के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात सभी पीआरओ, मुख्य कोऑर्डिनेटर और कोऑर्डिनेटर पर लेटर हेड के प्रयोग पर पाबंदी लगा दी गई। अब वे हस्ताक्षर से कोई सरकारी पत्र या निर्देश जारी नहीं कर सकेंगे। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) आनंद बर्द्धन ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस वायरल पत्र में कथित तौर पर सीएम के जनसंपर्क अधिकारी ने बागेश्वर एसएसपी से तीन चालानों को निरस्त करने के लिए कहा है। पत्र में जनसंपर्क अधिकारी ने लिखा है कि, उन्हें इसके लिए मुख्यमंत्री ने मौखिक निर्देश दिए हैं। पत्र वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर जो पत्र वायरल हो रहा है, उसमें प्रेषक का नाम नंदन सिंह बिष् लिखा गया है। मुख्यमंत्री धामी के जनसंपर्क अधिकारी के लेटरहेड पर जारी इस पत्र में लिखा गया है कि ‘मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि दिनांक 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस, बागेश्वर द्वारा किये गए वाहन संख्या यूके 02 सीए 0238, यूके 02 सीए 1238 और यूके 04 सीए 5907 के चालान को निरस्त करने का कष्ट करें।’
पता चला कि वाहन संख्या UK 02 CA 0238, UK 02 CA 1238 भार वाहन हैं और दोनों किसी मनोज कुमार शाह के नाम से दर्ज हैं। UK 02 CA 1238 के नाम पर 14200 का चालान पेंडिंग है। जबकि, UK 02 CA 0238 नंबर वाले वाहन पर 15600 रुपए का चालान पेंडिंग है। वहीं, UK 04 CA 5907 नंबर वाला भार वाहन हरीश कुमार शाह के नाम दर्ज है। इस वाहन पर 13000 रुपए का चालान पेंडिंग है।
वाहन स्वामी मनोज साह ने बताया कि दो ट्रक उनके और एक उनके भाई हरीश साह के नाम था। वह खड़िया भर कर हल्द्वानी जा रहे थे। यातायात पुलिस ने ओवर लोड में तीनों के चालान काट दिए। उन्होंने लगभग तीनों ट्रकों के चालान 45 हजार रुपये जमा भी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बताया कि उनके ट्रक सरकारी राशन का ढुलान करते हैं। दो वर्ष से ढुलान का पैसा लगभग बीस लाख रुपये अभी नहीं मिला है। डेढ़ वर्ष पूर्व उनके पिता का देहांत हो गया था। अभी तक जिला पूर्ति विभाग ने यह धनराशि नहीं दी है। टीआइ को भी आपबीती बताई थी। लेकिन वह नहीं माने और उनके तीनों ट्रकों का चालान एक साथ कर दिया गया।
वहीं, मुख्यमंत्री के पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट का कहना है कि मेरे आफिस से पत्र गया है, मगर उसमें मेरे हस्ताक्षर नहीं हैं। केवल मेरा नाम लिखा गया है। इसकी जांच होगी। बड़ी बात यह है कि गोपनीय पत्र लीक कैसे हो गया, यह भी जांच का विषय है।