देहरादून : 2022 के चुनाव के लिए राजनीतिक दल जोर आजमाइश में जुटे हैं। जनवरी के दूसरे सप्ताह में चुनाव आचार संहिता भी लग सकती है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।
इस बीच कई नए नए सियासी घटनाक्रम भी सामने आ रहे हैं। इनमें सबसे बड़ी हलचल कांग्रेस में देखने को मिल रही है। कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पोस्ट के बाद उठे सियासी तूफान में उनके सलाहकार सुरेंद्र अग्रवाल ने आग में घी डालने का काम किया और सीधे तौर पर प्रदेश प्रभारी को निशाने पर लिया।
इस पर भाजपा ने भी चुटकी ली और हरीश रावत को कैप्टन अमरिंदर सिंह तक कह डाला। लेकिन इस सब के बाद एक ऐसी तस्वीर सामने आई कांग्रेस के साथ भाजपा भाजपा को हिला कर रख दिया है।
पूर्व आपने हरीश रावत अटने आवास पर यूकेडी के काशी सिंह एरी, पुष्पेश त्रिपाठी और कुछ अन्य नेताओं के साथ गुफ्तगू करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने UKD #UTTARAKHAND भी लिखा है और पोस्ट में इंडियन नेशनल कांग्रेस और उत्तराखंड कांग्रेस को भी टैग किया है।
इस तस्वीर के सामने आने के बाद पूरे दिन के राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी क्या हरीश रावत कांग्रेस को अलविदा कर यूकेडी का दामन थामने जा रहे हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो हरदा अगर ऐसा कदम उठाते हैं तो, भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बड़ा नुकसान होगा।
हरीश रावत ऐसे नेता हैं जो अपने दम पर पूरी बाजी पलटने में माहिर हैं। जानकारों का कहना है अगर हरीश रावत यूकेडी का दामन थाम लेते हैं, तो यह राज्य में यूकेडी के लिए संजीवनी जैसा साबित होगा और पूरे राज्य के राजनीतिक माहौल को बदल कर रख देगा।