चमोली: 2022 विधानसभा चुनाव की रौनक कोरोना के चलते भले ही कम हो गई हो, लेकिन नेता प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। प्रचार के लिए कई तरह के तरीके अपना रहे हैं। लेकिन, सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को चुनाव आयोग का डर नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, चुनाव आयोग नेताओं पर सख्ती बरत रहा है। ऐसे ही एक मामले में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ चुनाव आचार संहिता मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर आयोग ने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रघुवीर बिष्ट समेत 11 पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। चुनाव आयोग आचार संहिता के उल्लंघन पर सख्त हो गया है। विधानसभा चुनाव को लेकर गठित उड़नदस्ता टीम के प्रभारी कमल भारती की तहरीर पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से भी शिकायत दर्ज की गई थी।
गुरुवार को भाजपा जिला कार्यालय ग्वीलों गोपेश्वर में जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत ने सुझाव पत्र पेटी का शुभारंभ किया। कांग्रेस का आरोप था कि इस दौरान भाजपा के मंडल अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था, जिसके बाद कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली गई।
इसे कांग्रेस ने आचार संहिता के तहत लागू धारा 144 के तहत प्रदेश में किसी भी प्रकार की बैठकों, रैलियों और सभाओं पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन बताया था। कांग्रेस की ओर से भाजपा के कार्यक्रम की फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर सार्वजनिक किए गए हैं। इस मामले में उड़नदस्ता टीम की तहरीर पर गोपेश्वर थाने में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट सहित 11 पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।