रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में दर्शनों के लिए आने वाले 146 तीर्थयात्रियों की अब तक मौत हो चुकी है। संडे को 3 यात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। अब तक 1 लाख 95 हजार 832 यात्रियों का इलाज केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर किया जा चुका है। जबकि, 12 हजार से अधिक यात्रियों को आक्सीजन दी गई।
इस साल बाबा के दर्शन करने के लिए आने वाले 146 यात्रियों की मौत का भी रिकार्ड बना है। अब तक वर्ष 2012 में सबसे अधिक 73 यात्रियों की मौत हुई थी। लेकिन इस यात्रा सीजन में सभी रिकार्ड टूट गए हैं। केदारनाथ धाम की विषम भौगोलिक परिस्थितियों व आक्सीजन की कमी, ठंड अधिक होने से यात्रियों की प्रत्येक वर्ष असमय मौत हो जाती है।
गत रविवार को 29 वर्षीय आशीष मोरे निवासी मुंबई थाने की भीमबली में अचानक तबियत बिगड़ गई, जिससे गौरीकुंड लाते समय उनकी मौत हो गई। 75 वर्षीय जुवन सिंह निवासी जामनगर गुजरात की मंदिर परिसर के पास अचानक तबितय बिगड़ गई, चिकित्सालय पहुचाने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर देगा।
57 वर्षीय अंजली गोविन्द निवासी काठकोपर वेस्ट मुंबई की केदारनाथ पैदल मार्ग पर तबियत बिगड़ गई, गौरीकुंड लाने पर उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। CMS डा. एचसीएस. मार्तोलिया ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं में यदि किसी का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार किया जा रहा है।