केलाखेड़ा / उधमसिंह नगर । केलाखेड़ा इन दिनों चर्चाओं में है। मामला ढाबे में मारपीट और उसकी सीबीआई जांच का है। दरअसल, ढाबा संचालकों के साथ मारपीट के मामले में सीबीआई टीम ने ढाबा संचालकों से पूछताछ की। सीबीआई टीम के पहुंचने से पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है। यह मामला पुलिस के लिए भी एक सबक है। पुलिस कई मामलों में ऐसे कारनामे करती रहती है।
इसी साल 28 जुलाई को पुलिस ने केलाखेड़ा क्षेत्र में ढाबा संचालकों के साथ मारपीट की थी। मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। मारपीट की शिकायत ढाबा संचालकों ने पुलिस अधिकारियों से की थी, लेकिन मामला पुलिस से जुड़ा होने से जांच में ढिलाई की गई। घटना के अगले दिन पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज डिलीट कर दिए और धमकी दे गए कि किसी को मारपीट के बारे में बताया तो ढाबे को सीज कर देंगे।
ढाबा संचालक अनिल शर्मा और विपिन शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। 07 अगस्त को हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता ने सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग कोर्ट में दिखाई थी। न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी की एकलपीठ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एसएसपी दलीप सिंह कुंवर को तलब कर फटकार लगाई और संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।
साथ ही अदालत ने मामले में सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए थे। उसके बाद एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने आठ अगस्त को केलाखेड़ा एसओ ओमप्रकाश को लाइन हाजिर कर बेरिया दौलत पुलिस चैकी इंचार्ज प्रकाश चंद और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस की किरकिरी होने पर ढाबा संचालकों को सुरक्षा मुहैया कराई गई।
शनिवार को एएसपी राजेश भट्ट ने पुलिस टीम के साथ जाकर ढाबे पर जांच और ढाबा संचालकों के बयान दर्ज किए थे। सोमवार को शाम सीबीआई टीम ने केलाखेड़ा में डेरा डाल दिया। ढाबे पर जाकर इसके संचालकों से पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक सीबीआई के अधिकारियों ने सोमवार को शाम चार बजे से लेकर देर शाम साढ़े आठ बजे तक ढाबे पर बारीकी से पूछताछ कर बयान दर्ज किए हैं।