कोटद्वार: कोटद्वार में पिछले दिनों पत्रकार राजीव गौड़ और उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी पर खनन माफिया ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस पूरे मामले को पुलिस ने खनन माफिया के कहने पर माफिया के पक्ष में दर्ज कर दिया। जिन पर जनलेवा हमला हुआ। उन्हीं को पुलिस ने मुल्जिम बनाकर पेश कर दिया और जो लोग खुद पुलिस के सामने ही कह रहे हैं कि उनको कोई चोट नहीं लगी। उनको पुलिस के अनुसार गंभीर चोटे लगी हैं। ये मामला एक बार फिर तूल पकड़ता नजर आ रहा है। उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने पुलिस खासकर कोतवाल मनोज रतूड़ी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कोटद्वार कोतवाल पर गंभीर सवाल
उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने आरोप लगाया कि कोतवाल कोटद्वार मनोज रतूड़ी ने अपनी वर्दी और पद का बेजां फायदा उठा कर खनन माफियाओं के साथ मिलकर उन पर व उनके साथी राजीव गौड़ और भीम पर झूठा मुकदमा बनवाया है। खनन माफियाओं ने ही उन्हें अवगत कराया कि पुलिस उनके साथ है, जिसकी पुष्टि इस बात से होती है कि थाने में सीओ अनिल जोशी द्वारा विकास रावत, महेंद्र बिष्ट और उनके साथियों से दो बार पूछा गया कि तुम्हें या तुम्हारे साथियों को कहीं कोई चोट तो नहीं आई। जिस पर उन्होंने साफ कहा कि उनको कोई चोट नहीं लगी है।
अनुसूचित जाति के युवक पर उसी एक्ट में मुकदमा
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने भी विकास रावत और अज्जू नेगी से पूछा कि कहीं तुम्हें कोई चोट तो नहीं आई। उन दोनों ने ही मना कर दिया। उसके बावजूद अगले दिन हम दोनों के खिलाफ 307 व अन्य गम्भीर धाराओं के साथ ही अनुसूचित जाति और जनजाति एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज कर दिया। जांच के बाद अति उत्साह में हमारे साथी भीम पर भी इन्हीं गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जबकि भीम खुद अनुसूचित जाति का है।
वर्दी वाले गुंडे की भूमिका में कोतवाल
कोतवाल की भूमिका अब तक कोतवाल की तरह न होकर वर्दी वाले गुंडे की भूमिका की रही है, जिसके बाकी सबूत भी माननीय न्यायालय में पेश किए जाएंगे। धीरे-धीरे बाकी तथ्य जनता के सामने भी रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले भीम का नाम एफआईआर में कहीं नहीं था। बाद में कोतवाल के कहने पर जुड़वाया गया। यह भी आरोप लगाया कि मुंबइया फिल्मों से प्रेरित हो कोतवाल कोटद्वार ने अनुसूचित जाति के युवक पर ही फर्जी एसएसी/एसटी का मुकदमा दर्ज करवा दिया। इतना ही नहीं। उनके परिवार को धमकाया और मुनादी भी करवाई।