जबकि पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। ऐसा ही हाल फरवरी के शुरुआत में भी देखने को मिल सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, पश्चिमी विक्षोभ के बढ़ने से बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इससे तापमान पर भी असर पड़ेगा। हालांकि आने वाले दिनों में सामान्य तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की जाएगी।
इस साल दिसंबर-जनवरी में कोल्ड डे ने नया रिकॉर्ड बनाया है। यही वजह रही कि लोगों को पहाड़ से ज्यादा मैदानों में ठंड ने सताया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है आमतौर पर इन दोनों महीनों में बारिश-बर्फबारी होने से शीत दिवस की संभावना कम होती है। लेकिन इस बार बारिश न होने से चार-पांच दिन शीत दिवस जैसी स्थिति रही।
राजधानी दून में सोमवार को दिनभर धूप खिली तो लोगों ने राहत की सांस ली। दून का अधिकतम तापमान दो डिग्री इजाफे के साथ 23.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो बीते रविवार को तीन डिग्री की गिरावट के साथ 18.5 था। मंगलवार को दून का अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान छह डिग्री रहने के आसार हैं।