उत्तरकाशी: सहस्त्रताल की ट्रेकिंग रुट पर फंसे ट्रेकर्स को बचाने का अभियान जारी है। एसडीआरएफ से लेकर एयर फोर्स के दो हेलेकॉप्टर ट्रेकर्स को सुरक्षित निकालने के लिए रवाना हो चुके हैं। जानकारी के अप्राप्त जानकारी के अनुसार रेस्क्यू कर नटीन हेलीपैड में पहुँचाए गए 6 ट्रेकर्स में सौम्या पत्नी विवेक उम्र 37, विनय पुत्र कृष्णमूर्ति उम्र 47, शिव ज्योति, सुधाकर पुत्र बीएस नायडू उम्र 64 वर्ष, सुमृति पत्नी गुरु राज उम्र 40 वर्ष, सीना उम्र 48 वर्ष शामिल हैं। सभी बेंगलुरु कर्नाटक के निवासी बताए गए हैं। इन सभी 6 लोगों की स्थिति ठीक बताई जा रही है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल क लिए रवाना हुए। वन विभाग की दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गाँव से आगे निकल चुकी है। जबकि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ का दल भी टिहरी जिले के बूढाकेदार की तरफ से रेस्क्यू की कार्रवाई शुरू करने के लिए रवाना हुआ।
जिला अस्पताल उत्तरकाशी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी को अलर्ट पर रखा गया है। आइटीबीपी मातली से भी 14 रेस्क्यूअर्सऔर एक डॉक्टर को कुछ देर पहले ही रवाना हो गई है। एनआईएम से भी बैक अप टीम रवाना की जा रही है। रेस्क्यू अभियान को लेकर जिले का आपदा कंट्रोल रूम गत साँय से ही निरंतर सक्रिय है। कंट्रोल रूम को मिली जानकारी के अनुसार टेहरी जिला प्रशासन द्वारा भी हैली रेस्क्यू हेतु अरदंगी हैलीपेड को अलर्ट मोड पर रखा गया है। जहां पर एम्बुलेंस टीम, लोनिवि व पुलिस की टीम तैनात की गई है।
खोज बचाव हेतु जनपद टिहरी से भी वन विभाग, एसडीआरएफ पुलिस व स्थानीय लोगों की टीम रवाना की जा रही है, जो कि घनसाली के पिंस्वाड से पैदल रवाना होगी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी को खोज एवं बचाव अभियान के पर्यवेक्षण और इसमें शामिल विभिन्न एजेंसियों के मध्य बेहतर समन्वय बनाये रखने की जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रशासन के द्वारा वायु सेना से भी फंसे ट्रेकर्स के सर्च और रेस्क्यू हेतु अनुरोध किया गया है। जिसे देखते हुए मातली व हरसिल सहित अन्य हेलीपैड पर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये गए हैं। वायु सेना की हेली सर्च एवं रेस्क्यू टीम अभियान में शामिल होने के लिए रवाना हो चुकी है। सहस्त्रताल ट्रेक रुट पर फंसे ट्रैकर्स को निकालने के लिए वायु सेवा के द्वारा भी सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर अभियान में लगाये गए हैं।