Friday , 22 November 2024
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बोरे में मिले कोटद्वार की चाहत की लाश के टुक

UTTARAKHAND : बोरे में मिले कोटद्वार की चाहत की लाश के टुकड़े, 7 महीने पहले की थी लव मैरिज

कोटद्वार की चाहत की लाश टुकड़ों में बोरे में मिली है. चाहत का 7 महीने पहले ही लव मैरिज  हुआ था. हत्या के आरोप में पुलिस ने चाहत के पति अरबाज को गिरफ्तार किया है. हत्यारोपी अरबाज ने पुलिस को बताया पत्नी चाहत की हत्या में उसके दोस्त शाहरुख ने उसकी पूरी मदद की. अब शाहरूख की तलाश के लिए मुजफ्फरनगर पुलिस दबिश दे रही है.

बता दें कि चाहत मुजफ्फरनगर में एक तांत्रिक के पास ताबीज बनवाने आती थी, इसी दौरान दोनों की दोस्ती हुई, जो कुछ समय बाद प्यार में बदल गई. सात महीने पहले घरवालों को बिना बताए आरोपी अरबाज ने कोटद्वार‌ की रहने वाली चाहत मलिक से लव मैरिज कर ली. जानकारी मिली है कि अरबाज कुछ दूरी पर ही अपनी पत्नी के साथ अपने परिवार वालों से अलग रहता था और दूध की डेयरी चलाता है.

आरोपी पति अरबाज ने पुलिस को बताया कि चाहत के खर्चे दिन बा दिन‌बढ़ गये थे जिस कारण रोज दोनों में लडाई होती थी. अरबाज‌ ने बताया कि उसने ये बात अपने दोस्त शाहरुख को बताई, जिसके बाद दोनों ने चाहत को मारने की योजना बनाई. कुछ ही दिन पहले किराए पर लिए कमरे पर दोनों ने छुरी से चाहत की गर्दन काटकर हत्या कर दी. फिर चाहत का सिर और हाथ के पंजे काटकर शव को बोरे में भरा और काली नदी में फेंक दिया।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने मामले का खुलासा‌ किया। एसपी सिटी सत्यनारायण सिंह ने बताया कि आरोपी पति अरबाज काली नदी में फंसे शव के बोरे को आगे बहाने की कोशिश कर रहा था, तभी आरोपी पति अरबाज को गिरफ्तार किया. जब बोरे को बाहर निकाला, तो उसमें महिला का शव कई टुकड़ों में मिला.

पुलिस ने कहा कि चाहत कोटद्वार की रहने वाली थी जिसकी 7 महीने पहले न्याजुपुरा जिला मुजफ्फरनगर के अरबाज से प्रेम विवाह किया था. आरोपी पति ने प्यार में धोखा देकर पत्नी का गेला रेंता और फिर कई टुकड़े किए और उसे बोरे में भरकर नदी में बहा दिया. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया और शव को अरबाज के परिजनों को सौंपा।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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