देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे हैं। वीडियो को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं चल रही हैं।
तीरथ सिंह रावत की बड़े नेताओं को नसीहत
वीडियो में तीरथ सिंह रावत अपने बड़े नेताओं को नसीहत देते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज वह मंच पर जरूर बैठे हैं, लेकिन एक दिन ऐसा भी आएगा कि उनको वहां पीछे बैठना पड़ेगा और जो पीछे बैठे हुए हैं, वह आगे मंच पर बैठे हुए नजर आएंगे।
उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी में कब किस कार्यकर्ता का भाग्य खुल जाए, यह कहा नहीं सकता जा सकता है। इसलिए धरातल पर रहकर काम करना चाहिए। नेताओं को जमीन नहीं छोड़नी चाहिए। उनके बयानों को सुनकर जहां कार्यकर्ता उत्साहित और हंसते हुए नजर आए। वहीं, नेता भी खूब ठहाके लगाते हुए नजर आए।
इस बीच तीरथ सिंह रावत ने यह भी कहा कि जब धामी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा था, तब उन्होंने उनसे कहा था कि उनको कुछ महीने के लिए नहीं बनाया जा रहा है। बल्कि वह अगले 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहें और धामी के नेतृत्व में पार्टी ने मिथक को तोड़कर दोबारा चुनाव जीत।
कुछ महीने के मुख्यमंत्री बनाए जाने के उनके बयान में कहीं ना कहीं उनका दर्द भी झलक रहा था। तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन एक महीने की भीतर से उनकी कुर्सी छीन ली गई थी। वही दर्द अब भाजपा की कार्यसमिति में उनके भाषण में झलक रहा था।
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उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि नेताओं को जमीन नहीं छोड़नी चाहिए। धरातल पर रहकर कार्यकर्ताओं की बातों को सुनना चाहिए। तीरथ सिंह रावत ने कहा कि भाजपा नेता आधारित नहीं, कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। कार्यकर्ता ही नेता को बनाते हैं, यह बात नेताओं को याद रखनी चाहिए।