Friday , 22 November 2024
Breaking News
मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 हजार की मदद, 3 हजार कमीशन

पहाड़ समाचार की खबर का बड़ा असर : वापस लिया मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी बगैर डेट वाला 5 हजार का चेक

रुद्रपुर: मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर कमीशन मामले में पहाड़ समाचार की खबर का बड़ा असर हुआ है। पहाड़ समाचार ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। तहसील प्रशासन ने 5 हजार के चेक के बदले 3 हजार रुपये की कमीशन मांगने का मामला सामने आने के आद आनन-फानन में भगवान दास की पत्नी आशा देवी के नाम 5000 हजार रुपये का चेक बनाया गया, जिसमें तारीख ही नहीं लिखी गई थी।

पहाड़ समाचार ने प्रमुखता से उठाया मामला 

बिना तारीख वाले चैक को बैंक स्वीकार नहीं करता है। हमाने अपनी खबर में इस बात को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। उसका संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने आशा देवी और भगवान दास से अप्लिकेशन लिखवाकर चेक वापस ले लिया है। भगवान दास और उनका परिवार इससे बेहद परेशान है।

उत्तराखड: मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 हजार की मदद, 3 हजार कमीशन, आरोपी गिरफ्तार

वापस ले लिया

उनका कहना है कि उनको सरकारी सिस्टम ने परेशान कर दिया है। पहले बिना डेट का चेक दिया गया है और उसे वापस ले लिया गया है। उनका कहना है कि उनके लिए ये छोटी से मदद आफत बन गई है। भगवान दास ने बताया कि तहसील के चक्कर काटकर थक चुके हैं।

कमीशन लेने का मामला

मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर पांच हजार रुपये के चेक के नाम पर तीन हजार रुपये की कमीशन लेने का मामला सामने आया था। मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत 5 हजार रुपये के चेक पर 3 हजार रुपये कमीशन मांगने वाले के मामले में पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

उत्तराखंड: 1842 में बना, 182 साल बाद बदला उत्तराखंड के इस फेमस गार्डन का नाम, ये है नई पहचान

मसूरी : नाम बदलने का सिलसिला जारी है। सरकार हर उस चीज का नाम बदलना …

error: Content is protected !!