केरन सेक्टर से घुसपैठ करने वाले आतंकियों के खिलाफ सेना के ऑपरेशन में खराब मौसम और विपरीत परिस्थितियों ने काफी दिक्कतें खड़ी कीं। बारिश, घने कोहरे और बर्फ के चलते ऑपरेशन बीच में स्थगित भी करना पड़ा। इस दौरान दो बार मुठभेड़ हुई। पहली बार तो आतंकी भाग निकले। दूसरी बार हुई मुठभेड़ में पांच आतंकियों को ढेर कर दिया गया, लेकिन इस दौरान पांच जवान शहीद हो गए। इनमें उत्तराखंड के भी जवान शामिल थे. देव भूमि ने आज अपने दोनों वीरों को अनतिम सलामी दी.
मुठभेड़ में शहीद हुए पांचों जवान स्पेशल फोर्स यूनिट के थे। इधर, घुसपैठियों के ग्रुप में 12 आतंकी बताए जा रहे हैं लेकिन सेना पांच का ही दावा कर रही है, जिन्हें मार गिराया गया है। इस ऑपरेशन के दौरान सेना को 5 एके-47, हैंड ग्रेनेड, यूबीजीएल, यूबीजीएल ग्रेनेड, मोबाइल फोन, जीपीएस आदि के अलावा अन्य सामग्री बरामद हुई है। आतंकी कुपवाड़ा जिले के केरन में 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित दावर नाले में छिपे हुए थे। इधर, तलाश में जुटी सेना की एक टीम आतंकियों के पैरों के निशान ट्रेस करते हुए ऊपर की पहाड़ी पर जा पहुंची। जैसे ही टीम पहाड़ी पर पहुंची वहां खराब मौसम के चलते बर्फ खिसकने से टीम सीधे नाले में जा पहुंची। जहां उनका सामना आतंकियों से हुआ। इस दौरान हुई मुठभेड़ में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई।
आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के 12 आतंकियों का ग्रुप पीओके में स्थित लांचिंग पैड से 30 मार्च को रवाना हुआ था। इनमें 11 विदेशी और एक स्थानीय आतंकी शामिल था। ग्रुप के घुसपैठ करने की सूचना सेना को पहले ही मिल चुकी थी। सेना भी घुसपैठ की संभावित जगहों पर घात लगाए बैठी थी। सर्च ऑपरेशन भी शुरू किया गया। पिछले बुधवार को दोपहर के समय सेना की आठ जाट रेजीमेंट के जवानों का इन आतंकियों के साथ जुमगुंड इलाके में सामना हुआ। कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद आतंकी भाग निकले।