पिथौरागढ़ : देश में बेरोजगारी किस कदर है, इसका अंदाजा पिथौरागढ़ सेना भर्ती में उमड़ी लाखों युवाओं की भीड़ साफ-साफ बयां कर रही है। सरकारें भले ही बेरोजगारी दर कम होने के दावे करती हों, लेकिन जो सच है,वह पिथौरागढ़ भर्ती के लिए आए युवाओं ने साबित कर दिया।
टनकपुर से लेकर पिथौरागढ़ तक सड़कों पर बसों पर और ट्रैकों पर केवल युवाओं का कब्जा रहा और तो और आज भर्ती ग्राउंड में भी भगदड़ मच गई। हजारों की संख्या में युवा गेट तोड़कर भर्ती मैदान में घुस गए। इस दौरान दो युवा घायल हो गए, जिनमें से एक को गंभीर हालत देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
बुधवार को सेना भर्ती के दौरान 20 हजार से अधिक युवा गेट तोड़कर भर्ती स्थल में घुस गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जब लाठियां फटकारी तो भगदड़ मच गई। इस दौरान दो युवक घायल हो गए।
इन युवकों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पिथौरागढ़ लाया गया। गंभीर रूप से घायल एक युवक युवराज(17) पुत्र सुभाष निवासी मेहताबनगर बुलंदशहर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक का प्राथमिक उपचार करने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
दूसरे घायल युवक मनीष के सिर में टांके लगे। मरहम पट्टी करने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। भगदड़ के दौरान आर्मी का गेट भी टूट गया, जिसे फायर ब्रिगेड के वाहन से सहारा देकर रोका गया। भगदड़ मचने के दौरान पूरे स्थल पर युवाओं के जूते, फटे बैग बिखरे पड़े नजर आए।
प्रादेशिक सेना में अलग-अलग पदों के लिए सीमांत जिले पिथौरागढ़ में हो रही भर्ती ने कुमाऊं के चार जिलों की परिवहन व्यवस्थाओं को तार-तार कर दिया। मैदान वाले हल्द्वानी तक किसीतरह पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को ढाई सौ किमी. दूर पिथौरागढ़ तक पहुंचने के संकट के आगे सारी व्यवस्थाएं फेल हो गईं।
कानून व्यवस्था संभाले रखने में प्रशासन के अधिकारियों के पसीने छूट गए हैं। पिथौरागढ़ से दिल्ली, देहरादून जाने वाली बसों में यात्रियों को स्थान नहीं मिल पा रहा है। पिथौरागढ़ नगर के स्कूलों में तीन दिन का अवकाश घोषित करना पड़ा है।
वहीं, जब युवाओं को पिथौरागढ़ तक जाने के लिए वाहन नहीं मिले तो जान तक खतरे में डाल दी। युवाओं ने पिथौरागढ़ जाने वाले ट्रक, टैक्सी और बस किसी को भी नहीं छोड़ा। पीलीभीत चुंगी से पांच किमी दूर बस्तिया तक युवा ही युवा नजर आए।