देहरादून: शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश को लेकर चल रहा असमंजस दूर हो गया है। उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को शीतकालीन अवकाश दिया देने का निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के कारण सरकार ने पहले शीतकालीन अवकाश नहीं देने की बात कही थी, जिस शिक्षकों ने ऐतराज जताया था। इस बीच मौसम बदलने से पर्वतीय क्षेत्रों में ठंग बढ़ गई, जिसके चलते अब सरकार ने भी शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है।
राज्य के पर्वतीय इलाकों में पुरानी व्यवस्था के अनुसार 26 दिसंबर से 31 जनवरी तक होने वाला शीतावकाश अब एक 1 जनवरी से 31 जनवरी तक रहेगा। जबकि अन्य जिलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक का शीतावकाश रहेगा। सकरार हाई स्कूल और इंटर के छात्रों की परीक्षाओं की तैयारी के लिए शिक्षकों से पढ़ाई जारी रखने के लिए दबाव बना रही थी, जबकि शिक्षक लगातार इस बात का विरोध कर रहे थे कि जिन इलाकों में बर्फबारी है, वहां के बच्चों को कैसे पढ़ाया जा सकता है। परीक्षा की तैयारी के लिए शिक्षक योगदान देने के लिए तैयार भी हैं, लेकिन शीताकालीन अवकाश रद्द किए जाने के पक्ष में नहीं थे।