देहरादून: कोरोना का खतरा दिल्ली और देश के दूसरे राज्यों के जमातियों केे कारण देश के कई गुना बढ़ गया है। देश के कई राज्यों में कोरोना पहले स्टेज में ही था, लेकिन जमातियों ने उन राज्यों को खेल भी बिगाड़ दिया। उत्तराखंड में उन्हीं राज्यों में शामिल था, जिन राज्यों में कोरोना जमातियों के पहुंचने से पहले पहले चरण में ही था। लेकिन, स्थितियां एकदम से तेजी से बदली और राज्य में कोरोना दूसरी स्टेज में पहुंच चुका है। प्रशासनिक अमला इसको तीसरी स्टेज में पहुंचने से रोकने के लिए पूरी ताकत से मैदान में डट गया है। संभव है कि लाॅकडाउन 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ जाए और इस बार पहले से भी ज्यादा सख्ती बरती जा सकती है।
कोरोना पॉजिटिव मामले बढ़ने से उत्तराखंड में संक्रमण दूसरी स्टेज में पहुंच गया है। एक दिन पहले ही चार और लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। हरिद्वार में पॉजिटिव मिले दोनों लोग जमात से लौटे थे। हल्द्वानी में एक जमाती और एक उसके संपर्क में आया व्यक्ति संक्रमित है। राज्य में कोरोना के अब तक कुछ 35 मामले हो चुके हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि पांच लोग ठीक भी हो चुके हैं।
हरिद्वार में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद ज्वालापुर के पांवधोई, नीलखुदाना, लकड़हारान को पूरी तरह सीज कर दिया है। वार्ड मेहतान, कस्साबान, वाल्मीकि बस्ती, त्रिमूर्तिनगर, तपोवन, पांडेयवाला, चाकलान को बफर जोन घोषित किया गया है। सील की गई बस्ती में सबकुछ बंद है। आलम यह है कि ऋषिकुल आयुर्वेद कॉलेज के अस्पताल में 74 लोगों को पिछले 24 घंटे में क्वारंटीन किया गया है।