बड़कोट: राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय, बड़कोट में दो दिवसीय वार्षिक क्रीड़ा समारोह का भव्य समापन हुआ। इस दौरान विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। समापन अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार ने विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया और खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को नियमित रूप से खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य प्रतियोगिताओं के विजेता
मैराथन दौड़
बालिका वर्ग : अंजलि (प्रथम), स्वीटी (द्वितीय), आईशा (तृतीय)
बालक वर्ग : रितेश कुमार (प्रथम), जयदीप चौहान (द्वितीय), निखिल असवाल (तृतीय)
कैरम प्रतियोगिता
बालक वर्ग : राजपाल राणा (प्रथम), निखिल असवाल (द्वितीय)
बालिका वर्ग : अंजलि (प्रथम), आराधना (द्वितीय), बिपाशा (तृतीय)
शतरंज प्रतियोगिता
बालक वर्ग : जयदीप चौहान (प्रथम), अजय कुमार (द्वितीय)
बालिका वर्ग : अंजलि उनियाल (प्रथम), प्रियांशी (द्वितीय)
खो-खो
बालिका वर्ग : एनसीसी टीम विजेता रही
अन्य प्रमुख खेलों के विजेता
गोला फेंक (बालक वर्ग) : अमित (प्रथम), रितेश (द्वितीय), आशीष कुमार (तृतीय)
गोला फेंक (बालिका वर्ग): आईशा (प्रथम), ज्योति (द्वितीय), आशिका (तृतीय)
भाला फेंक (बालक वर्ग) : अमित (प्रथम), आशीष (द्वितीय), रितेश (तृतीय)
भाला फेंक (बालिका वर्ग) : आशिका (प्रथम), आराधना (द्वितीय), अंजलि (तृतीय)
चक्का फेंक (बालक वर्ग) : अमित (प्रथम), रितेश (द्वितीय), जयदीप (तृतीय)
चक्का फेंक (बालिका वर्ग) : आराधना (प्रथम), आशिका (द्वितीय), अंजलि (तृतीय)
खेलों से मिलती है शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति – प्राचार्य
समापन समारोह में प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि खेल विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा—
“स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, और खेल हमें न केवल अनुशासन सिखाते हैं बल्कि टीम भावना और नेतृत्व क्षमता भी विकसित करते हैं।”
इस अवसर पर डॉ. अंजू भट्ट, श्रीमती संगीता रावत, डॉ. बी. एल. थपलियाल, श्री दिनेश शाह, श्री दया प्रसाद, डॉ. पुष्पेंद्र सेमवाल, डॉ. पूजा रावत, श्री आशीष नौटियाल, डॉ. प्रश्ना मिश्रा, डॉ. लीलावती नित्वाल, डॉ. प्रवेश कुमार सहित महाविद्यालय के अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे। आयोजन को सफल बनाने में श्री शार्दुल सिंह, राहुल राणा, श्रीमती शीतल, श्री उपेंद्र सिंह, दीपेंद्र सिंह, दीपक सिंह, सुनील, यशपाल सिंह, एपिन सिंह, दुर्गा लाल आदि कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
दो दिवसीय क्रीड़ा समारोह ने न केवल विद्यार्थियों को खेलों के प्रति प्रेरित किया, बल्कि उनमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित की। महाविद्यालय प्रशासन ने भविष्य में और भी बड़े स्तर पर इस प्रकार के खेल आयोजनों की योजना बनाने का संकल्प लिया।