Friday , 22 November 2024
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तकनीकी नवाचार मानव जाति की महानतम उपलब्धि : डॉ. अनिल कुमार नैथानी

टिहरी: धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के विज्ञान संकाय के तत्वावधान में “विज्ञान, तकनीकी तथा नवाचार का भविष्य – शिक्षा कौशल और कार्य पर इसका प्रभाव” विषयक पर ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार देश के विभिन्न प्रांतों से अकादमिक एवं इंडस्ट्रियल विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार नैथानी ने तकनीकी नवाचार को मानव जाति की महानतम उपलब्धि बताते हुए सभी विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया। प्रेसीडेंसी कॉलेज चेन्नई के डॉ. शिव कुमार ने सर सीवी रमन और उनके शोध पर प्रकाश डालते हुए वैज्ञानिक शोध के लिए वैज्ञानिक सोच की आवश्यकता पर बल दिया।

जम्मू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर यशपाल शर्मा ने प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर बनाकर रहते हुए प्रकृति के सहयोग की बात की। विख्यात परिस्थितिक विज्ञानशास्त्री प्रोफेसर जीएस रजवार ने मानव जाति के क्रम विकास की व्याख्या के साथ विद्यार्थियों को संभावित वैज्ञानिक पाठ्यक्रम से भी अवगत करायाा। प्रख्यात शिक्षाविद् और पर्यावरणविद डॉ. मधु थपलियाल ने विज्ञान में महिलाओं की भूमिका को उल्लेखित किया। वहीं मल्टीनेशनल फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में कार्यरत मीनाक्षी उनियाल ने एक अणु के दवा बनने की यात्रा की चर्चा की, साथ ही विद्यार्थियों के लिए रोजगार के संभावित अवसरों की साझा किया।

न्यू कॉलेज चेन्नई के डॉ. आर सुगाराज सैमुअल ने “नवाचार क्या है” पर अपने विचार रखते हुए विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच के विकास की आवश्यकता पर बल दियाा। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर चमोली के डॉ. मनीष बेलवाल ने आलू और ब्रेड पर होने वाली फंगल बीमारियों का वर्णन करते हुए बायो फर्टिलाइजर पर चर्चा प्रस्तुत कीी। इसी महाविद्यालय से भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र सती ने नैनो पार्टिकल्स तथा नैनोस्केल पर विज्ञान और तकनीकी की परिचर्चा की व साथ ही डॉ. प्रियंका उनियाल ने कोविड-19 पांडेमिक के दौर में शिक्षा पर चर्चा की। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी के डॉ. कुलदीप सिंह तथा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ के डॉ. शंकर मंडल ने पुरातन तथा वैदिक शिक्षण पद्धतियों का वर्णन किया।

महाविद्यालय के विद्यार्थियों प्रिया भंडारी, अंकित रंजन , गौरव अवस्थी एवं लव बिजलवान ने भी विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया। कार्य का कार्यक्रम का संचालन डॉ. रश्मि उनियाल, डॉ. शैलजा रावत, डॉ. चंदा टी नौटियाल और श्चेतन भट्ट द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. नताशा, डॉ. विक्रम भरतवाण, डॉ. एम सुंद्रियाल, डॉ. सृचना सचदेवा, डॉ. पारुल मिश्रा, डॉ. हिमांशु जोशी डॉसोनी तिलारा, डॉ. सोनिया गंभीर, डॉ.संतोष कुमार और अन्य उपस्थित रहे।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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