देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसा कहर बरपाया कि देखते ही देखते, एक के बाद एक लोगों की शादियां कैंसिल होने लगी। सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर बढ़ने के साथ ही पाबंदियां लगानी शुरू कर दी थी। लेकिन, शादियों को छूट दी गई थी। जैसे-जैसे कोरोना के मामलों ने रफ्तार पकड़ी।
शादियों में शामिल होेने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से कम होने लगी। पहले 200 फिर 100। मामले बढ़े तो 50 और कोरोना के बेकाबू होने के बाद सरकार ने अब शादियों में केवल 25 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति दी है। इस नए नियम के बाद शदियां कैंसिल होने लगी। आलम यह है कि लोगों ने जो इंतजाम बैंड-बाजा और बारात के किए थे। सब घरे के घरे रह गए।
कोरोना संक्रमण के चलते सात फेरे लेकर नई जिंदगी की शुरुआत करने वालों का सपना भी अधूरा रह गया है। वेडिंग फार्म संचालकों, बैंड पार्टी और कैटर्स के अनुसार राजधानी देहरादून में सैकड़ों शादियां कैंसिल की जा चुकी हैं। वेडिंग फार्म संचालक, बैंड पार्टी और कैटर्स को दिया एडवांस भी वापस नहीं मिल रहा है। ऐसे में लोगों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
अप्रैल, मई और जून में शादी के कई मुहूर्त थे। मई में ही आठ, 10, 12, 14, 17, 18, 23, 24, 27, 28 को शादी की तिथियां थीं। 25 लोगों के शामिल होने की अनुमति का आदेश आने के बाद कुछ लोगों ने तो ऐसे ही हल्के-फुल्के ढंग से शादियां निपटा दीं, जबकि कई लोगों ने कैंसिल करा दी हैं। दी गई है। ऐसे में वर-वधू पक्ष के सामने सामाजिक संकट खड़ा हो गया है। कुछ परिवारों ने आयोजन टाल दिया है, लेकिन कुछ लोग जैसे-तैसे निपटा रहे हैं। ऐसे में दोनों ही पक्ष को आमंत्रित किए गए मेहमानों को फोन करके मना करना पड़ रहा है।