चिन्यालीसौड़ प्रखंड के कुमराड़ा गांव के ऊपरी हिस्से में अतिवृष्टि से बरसाती नाले में उफान आने से गांव में अफरा तफरी मच गई। गाजणा क्षेत्र के कमद गांव में भी अतिवृष्टि से घर-दुकानों में पानी घुस गया। अतिवृष्टि से जिले में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रभावितों ने प्रशासन से क्षति का आकलन कर क्षतिपूर्ति की मांग की है।जिला पँचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट ने प्रभावितों को तत्काल मदद पहुंचाने की मुख्यमंत्री से लगाई गुहार. सूचना मिलते ही राहत-बच्व के लिए टीमें भेज दी गयी हैं. गांव में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश हो गई थी, जिसे बादल फटना का कहा गया.
मोरी के ब्लाक फिताड़ी एवं रेक्चा गांव के सामने खौका नामे तोक में आकाशीय बिजली गिरने से रणवीर सिंह, सिल्ली राम, प्रह्लाद सिंह की करीब 40 भेड़ बकरियां मर गई। उन्होंने जिला प्रशासन को इसकी सूचना देते हुए शीघ्र मौके पर राजस्व विभाग की टीम भेजकर क्षति का आकलन कर पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है।
जौनुपर विकास खंड के ग्राम पंचायत बांडाचक के कंडाल गांव में अतिवृष्टि से खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। सोमवार शाम पांच बजे जौनपुर क्षेत्र में एकदम तेज बारिश हुई। झीड़खाले में बाढ़ आने से पानी और मलबा खेतों में जा घुसा। गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है।
रुद्रप्रयाग में अगस्त्यमुनि ब्लॉक के खांकरा, फतेहपुर और जखोली ब्लॉक के कोटली में अतिवृष्टि से कई गांवों में व्यापक नुकसान हुआ। कई आवासीय घरों व गौशालाओं में मलबा घुस गया है। साथ ही कई मकानों को क्षति भी पहुंची हैं। सड़कें व पैदल मार्ग भी जगह-जगह बाधित हो गए हैं।
जखोली ब्लॉक के कोटली में भी अतिवृष्टि से खेतीबाड़ी को नुकसान की सूचना है। गांव के पैदल रास्ते भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गैरसारी में भी कई घरों में मलबा घुसा है।