देहरादून: कोरोना काल में जहां लोगों की सांसे उखड़ रही हैं। लोग अपने स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर दावा और खाना-राशन तक की मदद कर रहे हैं। वहीं, कुछ प्राइवेट अस्पताल ऐसे भी हैं, जो कोरोना मरीजों को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे है। सरकार ने आयुष्मान योजना में कोरोना का इलाज शामिल किया है। इसके लिए पैकेज भी तय किए गए हैं, लेकिन मनमानी कर रहे अस्पताल इसको मानने को तैयार नहीं हैं।
कोरोना काल में भी प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। ये अस्पताल आयुष्मान और राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना का लाभ मरीजों को नहीं दे रहे हैं। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान योजना के तहत उपचार नहीं देने पर जिले के चार नामी अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने ऐसे अस्पतालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जो कोरोना संक्रमित मरीज को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार मुफ्त और कैशलेस इलाज नहीं दे रहे हैं।
इंदिरेश अस्पताल, कालिंदी अस्पताल, सीएमआइ अस्पताल और वेलमेड अस्पताल सरकार के इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके चलते प्राधिकारी ने अस्पतालों को चेतावनी जारी की है। इसमें साफ कहा गया है कि अगर इसके बाद भी अस्पताल कार्ड धारकों को मुफ्त उपचार नहीं देता है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले एक और अस्पताल में भी इसी तरह का मामला सामने आया था।