बागेश्वर: कोरोना योद्धाओं के सम्मान और उनका हौसला बढ़ाने के सरकारी दावे और घोषणाएं हवाई साबित हो रही हैं। स्वास्थ्य कर्मियों जान से कई मामलों में खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला बागेश्वर से सामने आई है, जो बेहद चौंकाने वाला और स्वास्थ्य कर्मी के लिए सीधे तौर पर उसकी जान से खेलने जैसा है।
दरअसल, यहां अस्पताल में तैनात फार्मेसिस्ट के पास स्टोर का चार्ज है और वह अकेले ही सारा काम देखते हैं। पिछले दिनों कोरोना की चपेट में आ गए थे। वो छुट्टी मांगते रहे, लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात को अनसुना कर उल्टा उन पर काम करने का दबाव बनाकर काम कराया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को चिट्ठी लिखी है, जो सोशल मीडिया में वायरल हो रही।
इतना ही नहीं, उनकी चिट्ठी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की पोल खोल रही है। कुछ दिन पहले जिला चिकित्सालय में तैनात फार्मासिस्ट की कोरोना संक्रमित होने के बाद सरकारी फाइल के साथ काम करने की फ़ोटो वायरल हुई थीं।
लोगों ने फ़ोटो पर कई कमेंट भी किये। अब प्रभारी चीफ फार्मासिस्ट हरीश ऐठानी ने कोरोना संक्रमण के दौरान उनसे काम कराये जाने और अस्पताल में कई अनियमितताएं होने का आरोप लगाया। कार्यमुक्त किए जाने की मांग की है। इस मामले में चिकित्साधीक्षक को पत्र भी दिया है।