कोरोना वायरस की बीमारी एक वैश्विक महामारी के रूप में घोषित है। ऐसे में जहां पूरी दुनिया बीमारी से निपटने में जुटी है। वहीं, दुनियाभर में समाज में अनेकों जागरूक लोग अपनी-अपनी सेवा भी जरूरतमंद लोगों के जीवन बचाने में प्रदान कर रहे हैं। उत्तराखंड में भी बहुत लोग सेवा में जुटे हैं। इनमें एक शख्स और उनकी कार पिछले 23 दिनों से दिन-रात एक कर जरूरमंदों की दमद में जुटे हैं। इस मुहिम में उनकी दो छोटी बेटियां और पत्नी भी पूरा सात दे रहे हैं। कुलमिलाकर देखा जाए तो ये पूरा परिवार समाजसेवा के लिए खुद को समर्पित किये हुए है। उनके इसी सेवाभाव को उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने सराहा है। उनको सलाम किया है। पहाड़ समाचार की पूरी टीम भी ऐसे कोरोना वीरों को सलाम करती है…।
दोनों बेटियां सेवा में जुटीं
खास बात यह है कि समाजसेवी शशि भूषण मैठाणी की 11 साल की बेटी यशस्विनी और 14 साल की बेटी मनस्विनी हर रोज सैकड़ों राशन की किट गरीबों के घर-घर पहुंचाने के लिए तैयार करती हैं। उनके पिता शशि भूषण मैठाणी ‘पारस‘ सुबह से लेकर शाम तक हर वक्त जरूरमंद परिवारों की एक फोन कॉल पर तुरंत कई किलोमीटर दूर-दूर तक जाकर उन्हें रसद आपूर्ति करते हैं। सोशल मीडिया पर आजकल मैठाणी परिवार की यह दो बेटियां न सिर्फ प्रदेश में बल्कि प्रदेश के बाहर भी खूब सुर्खियां बटोर रही हैं।
23 दिनों से गरीबों की सेवा
हजारों लोग इस परिवार के अनूठे सेवाभाव को अपनी-अपनी फेसबुक वॉल व व्हाट्सप के मार्फत फॉरवर्ड और शेयर कर चुके हैं। हालांकि पूरे प्रदेश सैकड़ों संगठन अलग-अलग समूह में सेवा दे रहे हैं, लेकिन, यह परिवार अकेले दम पर लगातार 23 दिनों से गरीबों की सेवा में जुटा है। खास बात यह है कि नन्हें हाथों से की जाने वाली सेवा से क्या आम और क्या खास सभी प्रभावित हैं।यही वजह है कि अब इस परिवार के समर्पण से प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल खासा प्रभावित हुए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने बाकायदा यूथ आइकॉन क्रिएटिव फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष समाजसेवी शशि भूषण मैठाणी और उनकी दोनों बेटियों यशस्विनी और मनस्विनी के नामों का जिक्र करते हुए पत्र जारी कर इस परिवार की प्रशंसा की है। साथ चिंता व्यक्त करते हुए इस परिवार को कोरोना के संक्रमण से बचने की भी सलाह दी है।
विधानसभा अध्यक्ष का आभार
शशि भूषण मैठाणी ने बताया कि लगभग 12 दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के स्टाफ से उन्हें फोन कॉल भी आई थी और तब भी उन्होंने सराहना करते हुए विधानसभा अध्यक्ष की ओर से संदेश दिया कि सेवा के साथ-साथ खुद और परिवार के सदस्यों का भी विशेष ध्यान रखना। मैठाणी ने बताया कि जब ऊंचे ओहदे पर बैठे सम्मानीत व्यक्तियों ने आपको रिकॉनाईज किया जाता है तो इससे खुशी मिलती है और जो काम हम करते हैं। उसमें और अधिक समर्पण का भाव जागृत होता है। कई गुना उत्साह और ऊर्जा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से मिले पत्र में प्रशंसा भी है और चिंता भी ऐसा संग्रहणीय पत्र मुझे ताउम्र याद रहेगा। यह पत्र मुझे बेहद भावनात्मक लगा। शशि भूषण ने बताया कि पत्र के ऊपर सुनहरा अशोक का निशान देखकर दोनों बेटियां भी बेहद खुश हैं।
विधानसभा अध्यक्ष का पत्र
प्रिय श्री मैठाणी जी,
मैं बराबर विभिन्न समाचार तंत्रों और सोशल मीडिया के मार्फत आपके रचनात्मक लेखन के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों पर नजर रखता हूं। आप निरंतर समाज में जागरूकता लाने के लिए प्रेरक भूमिका में नजर आते हैं।
वर्तमान में कोरोना कोविड-19 की वैश्विक महामारी के बीच भी आप अपनी दोनों बेटियों मनस्विनी और यशस्विनी के साथ मिलकर लगातार गरीब असहाय और जरूरतमंद लोगों के घर-घर जाकर राशन पहुंचा रहे हैं, जिसकी भूरी-भूरी प्रशंसा भी हो रही है। मैं भी आप और आपकी दोनों बेटियों को इस नेक कार्य के लिए साधुवाद देता हूं।
साथ ही यह भी आपसे आग्रह करूंगा कि आप इस दरमियान अपने साथ-साथ अपनी दोनों बेटियों व परिवारजनों के स्वास्थ्य का विशेष खयाल भी रखें। मुझे आप जैसे जागरूक व्यक्ति से पूरी उम्मीद है कि आप कोरोना के संक्रमण से बचने के सभी उपाय भी प्रयोग कर रहे होंगे।
पुनः आपके निःस्वार्थ सेवा भाव के लिए अनेकों अनेक शुभकामनाएं।
आपका शुभेच्छु
(प्रेम चंद अग्रवाल)