चमोली: कोरोना का कहर थमने जनपद का नाम नहीं ले रहा है। चिंता की बात यह है कि कोरोना अब गांव-गांव तक पैर पसार चुका है। पिछले कू दिनों से प्रदेश के गांवों में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। उत्तरकाशी और चमोली में जैसे छोटे जिलों में मामले तेजी है बढ़े हैं।
रविवार को तहसील पोखरी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम काण्डई खोला में कोरोना संक्रमण के 53 और नारायणबगड के डुंग्री तोक में 41 मामले सामने आने पर जिलाधिकारी के निर्देशों पर इन गांव को कन्टेनमेंट जोन बनाया गया है। सभी लोग अपने अपने घरों में ही रहेंगे।
इससे पूर्व 7 मई को जोशीमठ के रविग्राम वार्ड, 6 मई को गौचर के भट्टनगर स्थित रेलवे कन्सट्रक्शन कम्पनी मेघा के परिसर, 5 मई को पोखरी ब्लाक के उतरों डिडोली व घाट ब्लाॅक के गुलाडी, 3 मई को शरणाचाई गांव के कई तोकों, 26 अप्रैल को घाट कुरूड में टीए बटालियन गढवाल राइफल कैंप तथा 27 अप्रैल को गौचर के भट्टनगर में रेलवे कन्सट्रेक्शन कपंनी डीबीएल परिसर को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया था। कन्टेनमेंट जोन में प्रशासन द्वारा नियमित रूप से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई भी सुनिश्चित की गई है।
जिला प्रशासन द्वारा जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। रविवार को पुलिस ने गोपेश्वर नगर क्षेत्र में फ्लैग मार्च कर कोविड के प्रति लोगों को जागरूक किया। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा रहे है।
जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में रैपिड एंटीजन तथा ट्रू-नाॅट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है। रविवार को 454 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार है।
जिले में संडे को कोरोना के 229 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है। जिले में अब तक 7067 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है। जिसमें से 4430 लोग स्वस्थ्य हो चुके है। जबकि 2,439 केस एक्टिव हैं।