Monday , 7 July 2025
Breaking News

देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे से जुड़ा बड़ा अपडेट

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को दूसरी प्रमुख सड़कों से लिंक करने का प्लान बन रहा है। फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे, नैशनल हाइवे (NH 9) और नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (NPR) को जोड़ते हुए देहरादून से लिंक किया जाएगा।

DGA VC राकेश कुमार सिंह और नैशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार के बीच मीटिंग हुई। DGA वीसी ने मीटिंग में FNG को गाजियाबाद के लोगों के लिए और कारगर बनाने के लिए देहरादून एक्सप्रेसवे से लिंक करने की बात कही।

NHAI के चेयरमैन के साथ मीटिंग में इन सड़कों के लिंक के अलावा दूसरे कई मुद्दों पर भी चर्चा होगी। अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 के साथ ही गाजियाबाद और अन्य शहरों की बेहतर कनेक्टिविटी पर भी विचार किया जाएगा।

उसमें चर्चा होगी कि गाजियाबाद समेत दूसरे शहरों के लोगों के लिए दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने का आसान रास्ता बनाया जाए। अभी दिल्ली होते हुए एयरपोर्ट तक पहुंचने में कई पॉइंट पर जाम से काफी वक्त बरबाद होता है।

इसी समय को बचाने के लिए दूसरा रूट तैयार करने की तैयारी है, जिससे लोग दिल्ली में घुसे बगैर सीधे एयरपोर्ट तक कम समय में पहुंच सके। NHAI की टीम जल्द ही इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर जीडीए को देगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।

जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि अभी FNG छिजारसी कट से शुरू होकर फरीदाबाद तक जा रहा है। कोशिश है कि छिजारसी कट के पास से ही इसे एनएच-9 या DME से लिंक कर दिया जाए।

एनएच-9 से लिंक होने के बाद यह डासना होते हुए इंद्रगढ़ी के पास ही इसे NPR के साथ जोड़ा जाए। जब यह NPR के साथ लिंक हो जाएगा तो FNG का ट्रैफिक NPR से लोनी तक पहुंच जाएगा। वहां देहरादून एक्सप्रेसवे के साथ लिंक किए जाने के प्रस्तावित रूट से होता हुआ ट्रैफिक देहरादून तक पहुंच जाएगा।

NHAI के अधिकारियों का कहना है कि FNG को एनएच-9 से जोड़ने से ट्रैफिक का लोड बढ़ जाएगा। इसे डीएमई से जोड़ा जाना ज्यादा सही रहेगा। इसके लिए फिजिबिलिटी चेक की जाएगी।

एक्सपर्ट का कहना है कि NHAI प्रॉजेक्ट मिला तो यह जल्दी पूरा हो सकता है। अभी अलग-अलग एरिया में अलग-अलग एजेंसी इस प्रॉजेक्ट पर काम कर रही है। इसकी वजह से प्रॉजेक्ट में बहुत अधिक प्रगति नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि FNG को अगर NHAI को दिया गया तो 2025 तक प्रॉजेक्ट पूरा हो सकता है। करीब 56 किमी के प्रॉजेक्ट में फरीदाबाद में 28 किमी, नोएडा में 20 किमी और गाजियाबाद में 8 किमी की सड़क है।

FNG से होने वाले फायदे की करें तो गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद के लोगों को किसी भी शहर में जाने के लिए दिल्ली होकर जाना पड़ता है।

इससे कई बार घंटों का समय लग जाता है। FNG बनने से मात्र 15 मिनट में यह दूरी तय हो जाएगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, FNG बनने से दिल्ली में वाहनों का दबाव कम होगा। इ

ससे ट्रैफिक कम करने में मदद मिलेगी। गाजियाबाद या नोएडा से फरीदाबाद जाने वालों को फिर दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

उत्तराखंड: मोबाइल टावरों पर जिला प्रशासन का बड़ा एक्शन: दर्जनों अवैध टावर सील

देहरादून : देहरादून ज़िले में नियमों को ताक पर रखकर लगाए जा रहे मोबाइल टावरों के …

error: Content is protected !!