देहरादून : कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को किच्छा और हरिद्वार दौरे पर थे। राहुल गांधी ने जहां अपने दौरे के दौरान किसानों को साधाने का प्रयास किया। वहीं, गंगा पूजा और आरती में शामिल हो कर एक बड़ा संदेश भी दिया। उन्होंने, एक तीर से दो निशाने साधे। निशाना सही जगह लगा भी। BJP के राष्टट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज राहुल गांधी के गंगा आरती में शामिल होने पर निशाना साधा। इससे साफ है कि भाजपा को राहुल का उत्तराखंड दौरा डरा रहा है।
राहुल के दौरे का एक असर यभी नजर आ या कि BJP प्रधानमंत्री मंत्री का दौरा प्रस्तावित कर रही है। सूत्रों की मानें को PM मोदी देवप्रयाग संगम पर आरती करेंगे। राहुल गांधी का दूसरा दौरा कांग्रेस के लिए बूस्टर डोज का काम कर सकती है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और रोजगार के मुद्दों पर अपने नपे-तुले संबोधन में राहुल गांधी ने जहां प्रदेश के आम आदमी की नब्ज को छूने का प्रयास किया, वहीं किसानों को यह भरोसा दिलाने का प्रयास किया कि उनके मुद्दों का हल कांग्रेस हर हाल में करेगी।
किसान आंदोलन के बाद तीन कृषि कानूनों की वापसी को कांग्रेस भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। राज्य के तीन मैदानी जिलों की 21 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिनकी राजनीति काफी हद तक किसानों के मूड पर निर्भर करती है। इनमें देहरादून, हरिद्वार और यूएसनगर की सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर किसान निर्णायक की भूमिका में हैं।
प्रदेश में किसान बहुल विधानसभा सीटें
डोईवाला, सहसपुर, विकासनगर (आंशिक), ज्वालापुर, भगवानपुर, झबरेड़ा, पिरान कलियर, रुड़की, खानपुर, मंगलौर, लक्सर, हरिद्वार ग्रामीण, रानीपुर, जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा।