देहरादून: आज से 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गए हैं। भाजपा-कांग्रेस में टिकट के लिए घमासान मचा हुआ है। भाजपा अब तक दावे कर रही थी कि एक परिवार में एक ही टिकट दिया जाएगा। लेकिन, अब संकट यह खड़ा हो गया है कि भाजपा में एक ही परिवार में दो टिकट के लिए कई नेताओं की डिमांड है।
अब भाजपा के सामने संकट यह है कि किसको टिकट दिया जाए और किसको नहीं? इन दावेदारियों ने भाजपा के परिवाद के नारे पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर भाजपा टिकट देती है, तो यह विपक्ष के लिए बड़ा मुद्दा बन जाएगा। भाजपा हमेशा से ही कांग्रेस पर परिवाद का आरोप लगाती रही है।
भाजपा में एक परिवार से दो टिकट के लिए कई विधायक मंत्री दबाव बना रहे हैं। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपनी बहू के लिए भी टिकट की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी अपने बेटे के लिए टिकट की डिमांड कर रहे हैं।
विधायक मुन्ना सिंह चौहान भी अपनी पत्नी के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी अपनी पत्नी के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। परिवारवाद को लेकर टिकट देने से बीजेपी में टेंशन बढ़ गई है।
इन अवोदनों के बाद भाजपा पहले ही बैकफुट पर नजर आ रही है। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि कि एक परिवार, दो टिकट का मसला भाजपा को नीतिगत मामला है। इस पर पार्टी बैठकर निर्णय लेगी।