लैंसडौन: एक दिन पहले यानी 28 फरवरी को लैंसडौन में 4 हजार से अधिक युवा आर्मी भर्ती परीक्षा में शामिल होने पहुंचे थे। इन युवाओं ने पूरी तैयारी की थी। करीब एक बजे तक सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी, लेकिन इस बीच सूचना मिली कि परीक्षा को रद्द किया जा रहा है। पेपर देने पहुंचे युवाओं को यह बताया कि भर्ती परीक्षा तकनीकी खामियों के चलते रद्द की जा रही है। जबकि भर्ती परीक्षा को पेपर पहले ही लीक हो चुका था। कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेपर पहले कई अभ्यर्थियों के पास पहुंच चुका था।
भर्ती परीक्षा रद्द होने से परीक्षा देने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे करीब 3700 युवाओं को मायूस होकर लौटना पड़ा, जबकि अन्य पदों के लिए 384 ने लिखित परीक्षा दी। कोटद्वार के विक्टोरिया क्रॉस गबर सिंह कैंप में पिछले साल 22 दिसंबर को सेना भर्ती का आयोजन किया गया था। सेना की ओर से भर्ती में चयनित युवाओं के लिए 28 फरवरी को लैंसडौन में लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसके लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से युवक 27 फरवरी को लैंसडौन पहुंच गए थे।
शनिवार की रात से ही परीक्षा स्थल पर अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच का काम शुरू किया गया था, जिससे परीक्षा स्थल के बाहर अभ्यर्थियोें की लंबी लाइन लगी रही। सेना भर्ती कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह परेड ग्राउंड में होने वाली जीडी भर्ती की लिखित परीक्षा में करीब 3700 युवाओं को शामिल होना था। गढ़वाल राइफल्स के परेड ग्राउंड में युवकों को परीक्षा देने के लिए बैठा दिया गया। 11 बजे परीक्षा शुरू होनी थी, लेकिन करीब साढ़े दस बजे उच्चाधिकारियों ने सेना भर्ती अधिकारी लैंसडौन को जीडी परीक्षा स्थगित करने के निर्देश जारी कर दिए।
भर्ती कार्यालय निदेशक कर्नल विनीत बाजपेयी ने निर्देश मिलते ही जीडी परीक्षा देने के लिए बैठे युवकों को परीक्षा ग्राउंड से बाहर कर दिया। सेना अधिकारियों ने दोबारा परीक्षा की तिथि घोषित होने का आश्वासन दिया। इस पर युवकों ने राहत की सांस तो ली, लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश के बाद तकनीकी कारणों से जीडी भर्ती के लिए लिखित परीक्षा को स्थगित किया गया है। परेड ग्राउंड में करीब 3700 युवक जीडी की परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे। लिखित परीक्षा की आगे की तिथि बाद में घोषित की जाएगी।
ये मामला
एक संयुक्त अभियान में, मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) इकाई और पुणे पुलिस की अपराध शाखा ने दो पूर्व सैनिकों और एक नागरिक रक्षा रसोइया को एक प्रश्न पत्र लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया। कुछ और गिरफ्तारी हो सकती हैं। क्योंकि तीन अन्य जिलों में छापे जारी हैं। पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने टीओआई को बताया, “हमने क्रॉस-चेक किया और पाया कि व्हाट्सएप पर प्रसारित प्रश्न पत्र मूल प्रश्न पत्र से मेल खाता था।
2017 के बाद यह दूसरा उदाहरण है, जब किसी अखिल भारतीय सेना भर्ती परीक्षा को रद्द करना पड़ा। संपर्क करने पर, सेना के महानिदेशक (भर्ती) लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप सी नायर ने कहा, “हम मामले के हर पहलू की जांच करेंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है, उन्होंने कहा, “मामला आज ही सामने आया है। हम जल्द ही इस पर फैसला लेंगे।