बड़कोट: सरकार दावे तो करती है, लेकिन दावों क्या वो बस दावे ही होते हैं। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के नारे भी खूब लगाए जाते हैं। सवाल यह है कि जहां बेटियां पढ़ना चाह रही हैं, वहां उनको पढ़ाने के लिए शिक्षकों की तैनाती तक नहीं हैं। सरकार सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास कर …
Read More »