उत्तरकाशी : भारी बारिश कहर बनकर बरस रही है। भारी बारिश के कारण प्रदेशभर में जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। भारी बारिश के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यमुनोत्री से केदारनाथ धाम तक रास्ते बंद हो गई हैं। उत्तरकाशी जिले के मारी में भारी बारिश के कारण मलबा घरों में घुस गया। नौगांव में सौली के पास एक्टिवा बह गई। यमुना नदी पर झील बनने से बड़ी तबाही का खतरा मंडरा रहा है।
मोरी और आसपास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। मोरी बाजार और आसपास के घरों में पानी के साथ मलबा घुस गया है। भारी वर्षा के कारण मोरी क्षेत्र के आसपास के पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। साथ ही मोरी सांकरी मोटर मार्ग पर भी मलबे के ढेर लगे हैं।
यमुनोत्री हाईवे पर जानकीचट्टी से पांच किमी पहले सड़क कटिंग के मलबे से यमुना नदी का प्रवाह रुक रहा है, जिससे वहां झील बन रही है, जो बड़ा खतरा साबित हो सकती है। प्रशासन को इसकी पूरी जानकारी होने के बाद भी अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
अगर जल्द ही मलबे को नहीं हटाया गया तो भारी बारिश के कारण समुना में आ रहे उफान से निचले क्षेत्रों में तबाही हो सकती है। दरअसल, दुर्बिल गांव के लिए सड़क निर्माण को जो भी मलबा है, वो सीधे यमुना नदी में डाला जा रहा है, जिससे वहां झील बन गई है।
पूरी तरह नदी को ही डंपिंग जोन बना दिया गया है। बावजूद अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासनिक अल्मे पर भी सवाल खड़े होते हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से यमुना नदी के प्रवाह को जल्द सुचारू करने की मांग की है, जिससे किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।