देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी का बलिदान से अजीब रिश्ता है। उन्होंने कहा कि आज जिन लोगों का हम सम्मान कर रहे हैं। उन लोगों का भी बलिदान से रिश्ता है। हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी अकेले ऐसे नेता हैं, जो सबसे पहले केदारनाथ त्रासदी का हाल पूछने आए थे। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित भी धन्यवाद देने आए हैं। हरदा ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड का हमने विरोध किया और हमने उस जंग में जीत हासिल की।
पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि आप लोकतांत्रित लड़ाई के सेनापति हैं। देश में दूसरा ऐसा कोई नेता नहीं है, जो सरकार को ललकारने का काम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि सैनिकों और पूर्व सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए कांग्रेस सरकार ने काम किया था। उन्होंने कहा कि सभी सेवारत और पूर्व सैनिकों का कांग्रेस ख्याल रखेगी।
उन्होंने कहा कि दूर-दूर से यहां आई महिलाओं से कहना चाहता हूं कि हमने महिलाओं के लिए योजनाएं शुरू की थी, उसके बाद आई सरकारों ने उन योजनाओं को बंद कर दिया। हरदा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मॉडल स्टेट बनाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो गरीब और कमजोर लोगों का सहारा बनेगी।
हम वो सब करेंगे, जिससे उत्तराखंड विकसित राज्य बने और अपनी उत्तराखंडियत पर गर्व करेगा। कोदा-झंगोरा खाएंगे के नारे को एक बार फिर से बलुंक करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के अधूरे सपनों को पूरा करना है। हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी केवल कांग्रेस के ही नहीं। बल्कि देश की धरोहर हैं। इस देश के लोकतंत्र ओर संसदीय परंपरा की धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस उत्तराखंड को मॉडल राज्य बनाने का काम करेगी।