मुंबई: मूल रूप से सरनोल गांव निवासी वरिष्ठ पत्रकार राजाराम मुंबई में रहकर फिल्मी झलक पत्रिका का प्रकाशन करते हैं। खास बात यह है कि माया नगरी में रहने के बाद भी उनकी जड़ें अपने गांव से जुड़ी हुई हैं। अपनी पत्रिका में रवांई और उत्तराखंड के ज्वालंत मुद्दों को स्थान देते हैं। उनको मुंबई में प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है।
दादा साहेब फाल्के आइकॉन अवार्ड फिल्मस ऑर्गनाइजेशन की ओर से प्रतिष्ठित अवार्ड-शो नेताजी सुभाषचंद्र बोस नोबेल पीस अवार्ड समारोह भव्य रूप से आयोजित किया गया। हाल ही में हम से बिछड़ गईं लता मंगेशकर और बप्पी लाहिरी को यहां श्रद्धांजलि दी गई। समारोह में फिल्म जगत से लेकर कई सम्मानित पत्रकारों को पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर फिल्मी झलक मैगजीन के संपादक राजाराम सिंह को पत्रकारिता में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। राजाराम सिंह पत्रकारिता में कई वर्षों से काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने पत्रकारिता काल में कई बड़े अभिनेताओं से लेकर राजनेताओं के इंटरव्यू किये हैं। उन्होंने इन्वेस्टिगेटिव पत्रकारिता को भी बढ़ावा दिया है।
इतना ही नहीं राजाराम सिंह वर्तमान में फिल्मी झलक मैगजीन के माध्यम से नए पत्रकारों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। उनके सानिध्य में कई पत्रकारों ने अपना करियर शुरू किया है। उनको मिले प्रतिष्ठित सम्मान से रवांई का मान भी बढ़ा है।