चमोली: उत्तराखंड में बारिश के दौर ने रफ़्तार पकड़ते ही कहर बरपाना शुरू कर दिया है। लगातार बारिश से सबसे अधिक प्रभावित पहाड़ी क्षेत्र हो रहे हैं। यहां कई जगह आपदा जैसे हालात हैं। बीते दो दिनों से जहां सीमान्त जिला पिथौरागढ़ में बादल फटने से कई घर जमींदोज हो गये, तो कई लोगों और जानवरों की जाने चली गई। जगह-जगह भू-स्खलन से मार्ग बंद हो रहे हैं। वहीं अब चमोली जिले के पीपलकोटी में भी बारिश से भूस्खलन हुआ है। इसके चलते सड़क पर मलबा आ गया, जिससे राजमार्ग अवरूद्ध हो गया है। इस बीच एनडीआरएफ के जवानों ने फंसे हुए 203 लोगों को रस्सियों आदि के इस्तेमाल से सुरक्षित निकाला।
लगातार बारिश से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है। दो दिन के बाद कड़ी मशक्कत के बाद रविवार शाम ही मार्ग सुचारु हुआ था। लेकिन एक बार फिर राजमार्ग बंद हो गया है। बद्रीनाथ पर लामबगड, पागलनाला, काली मंदिर के पास (टंगणी) व भनेरपानी (पीपलकोटी) में भारी बारिश से सडक पर मलबा आ गया है। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
पीपल कोटी के भनेर पानी के पास मलबा गिरने से यहां खड़े वाहनों के ऊपर पत्थर गिरे। गनीमत रही कि, वाहनों में कोई नहीं था, जिससे बड़ा हदसा टल गया। वहीं भनेरपाणी में चट्टान से पत्थर गिरने से दो बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। एक सूमो वाहन भी पत्थर की चपेट में आया है। हालांकि एनएच कंपनी मलबा हटाने में लगी हुई है। लोग दो से 3 किलोमीटर पहाड़ी से जोखिम उठाकर पैदल ही अपने गंतव्य को जा रहे हैं। एनडीआरएफ के जवानों यहां लगातार मोर्चा सम्भाला हुआ है। अब तक एनडीआरएफ के जवानों ने फंसे हुए 203 लोगों को रस्सियों आदि की मदद से सुरक्षित निकाल लिया है।