देहरादून: राज्य के ज्यादातर इलाकों में बुधवार देर रात से हो रही वर्षा और पहाड़ों में हो रही बर्फबारी से मौसम ठंडा हो गया है। लोगों को लंबे समय से इसका इंतजार था। बुधवार को चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बर्फबारी हुई, जिससे यहां पर्यटकों व किसानों के चेहरे खिल गए।
वहीं, पारा गिरने से ठंड भी बढ़ गई है। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कही-कही भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है।
टिहरी और धनोल्टी में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। यहां करीब दो इंच तक बर्फ जम गई है। चमोली जिले में ओली समेत आसपास के 20 गांव बर्फ से पट गए हैं।
उत्तरकाशी में बुधवार दिन और बुधवार की रात को जमकर वर्षा हुई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी भी हुई है। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम क्षेत्र में करीब 1 फीट बर्फ की चादर जम गई है। इसके अलावा हर्षिल घाटी और खरसाली, हरकीदून क्षेत्र में जमकर बर्फबारी हुई।
बर्फबारी अभी जारी है। बर्फबारी के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गंगगानी से लेकर गंगोत्री तक करीब 50 किलोमीटर क्षेत्र में अवरुद्ध है। इसके अलावा जिले के पांच मोटर मार्ग भी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुए हैं। इन मोटर मार्गो में उत्तरकाशी से लम्बगांव श्रीनगर को जोड़ने वाला मार्ग भी शामिल है।
बुधवार की रात को जिला मुख्यालय सहित पुरोला, बडकोट, नौगांव में जमकर वर्षा हुई है। जनपद उत्तरकाशी में लंबे अंतराल के बाद वर्षा और बर्फबारी देखने को मिली है।
जनपद उत्तरकाशी में मंगलवार की रात को ही मौसम ने करवट ले ली थी ।जिसके बाद मंगलवार की रात को निचले इलाकों में हल्की वर्षा हुई और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हुई। बुधवार को जिला मुख्यालय उत्तरकाशी और आसपास के क्षेत्र में हल्की वर्षा जारी रही। जबकि गंगोत्री यमुनोत्री हर्षिल घाटी में बर्फबारी हुई। लेकिन रात को तापमान में गिरावट आई तो ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के आसपास की पहाड़ियां भी बर्फ से ढक गई है।