Friday , 20 September 2024
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उत्तराखंड : BKTC अध्यक्ष के खिलाफ स्वतंत्र पत्रकार गजेन्द्र रावत ने DGP से की शिकायत, मुकदमा दर्ज करने की मांग, परिवार पर हमले की आशंका

देहरादून: स्वतंत्र पत्रकार गजेंद्र रावत ने बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के खिलाफ DGP को एक शिकायती पत्र सौंपा है। उसमें जहां अजेंद्र अजय से खुद को और अपने परिवार को खतरा बताया है। वहीं,

DGP को दिए शिकायती पत्र में वरिष्ठ पत्रकार गजेन्द्र रावत ने लिखा है…

आपको अवगत कराना है कि 1 मई 2024 की रात को एक पत्रकार मित्र द्वारा मुझे फोन से सूचना दी गई कि देहरादून के डालनवाला थाने में मेरे विरुद्ध एक मुकदमा दर्ज हुआ है। 2 मई 2024 की सुबह समाचार पत्रों में खबर छपी हुई थी कि मुझ पर देहरादून के डालनवाला थाने में धार्मिक भावना को आहत करने का मुकदमा दर्ज हुआ है और मुकदमा करने वाले बद्रीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरीश गौड़ है, जिन्हें मैं जीवन में कभी नहीं मिला, न कभी फोन पर बात हुई थी। प्रथम दृष्टया मेरी समझ में नहीं आया कि बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी जो कि कर्मचारी सेवा आचरण नियमावली के अधीन आते हैं, वह चुनाव आचार संहिता लागू रहने के दौरान मुझ पर ऐसा मुकदमा कैसे कर सकते हैं?

जब मैंने अपने ऊपर लिखी FIR पढ़ी तो मुझे आश्चर्य हुआ कि एक सरकारी कर्मचारी कैसे पौड़ी लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का नाम लिखकर मुझ पर मुकदमा करवा दिया है।

मुझ पर हुए इस मुकदमे से समाज में सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में प्रतिक्रिया देखने को मिली। इस प्रदेश में मुझे मेरी पत्रकारिता और सामाजिक जुड़ाव के कारण जानने वाले लोगों की चिंता से में बेहद चिंतित हो गया।

अगले दिन 3 मई 2024 को सुबह 8:26 पर मेरे मोबाइल पर एक संदेश आया जिस पर एक व्हाट्सएप नंबर 9411527992 हरीश गौड़ लिखा था। संदेश 7302257115 नंबर से आया था मैं समझ नहीं पाया कि व्हाट्सएप नंबर क्यों भेजा गया है। कुछ देर बाद मैने व्हाट्सएप चेक किया तो 9411527992 नंबर से हिंदी में हरीश गौड़ लिखा देखा मैंने रिप्लाई में लिखा “आप क्या करते हैं” कोई जवाब नहीं मिला, फिर मैंने अनुमान लगाया कि ये मुझ पर मुकदमा करने वाले सज्जन डाक्टर हरीश गौड़ हो सकते हैं।

मैंने 8:35 पर उक्त नंबर पर कॉल की तब मेरी बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ से लंबी बातचीत हुई। हरीश गौड़ ने मुझे बताया कि उनके द्वारा जो मुकदमा मुझ पर करवाया गया है, वह बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के कहने पर करवाया गया है। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने दबाव डालकर उनसे यह काम करवाया और मुकदमा न करने पर नौकरी जाने की धमकी दी। हरीश गौड़ ने यह भी बताया कि इससे पहले अजेंद्र अजय उन्हें कई महीने बाहर बैठा चुके हैं।

हरीश गौड़ की बात सुनकर मेरी समझ में आया कि किस प्रकार मेरे विरुद्ध एक कुचक्र रचकर साजिश की गई है। मेरी छवि मेरी मान प्रतिष्ठा धूमिल की गई है समाज में मुझे नीचे दिखाने के लिए यह प्रपंच किया गया है। हरीश गौड़ को मोहरा बनाया गया है हरीश गौड़ ने बताया कि अजेंद्र अजय ने उन्हें विभागीय मुकदमा बताकर दबाव डाला था अजेंद्र अजय ने बोला था कि या तो नौकरी करो या कहना मानो यह मुकदमा हर हाल में तुम्हारी तरफ से होगा।

हरीश गौड़ द्वारा यह भी बताया गया कि उन्होंने अजेंद्र अजय से कहा कि यह मुकदमा भाजपा वाला देगा या सीईओ बीकेटीसी देगा लेकिन अजेंद्र अजय ने दबाव डालकर कहा कि यह तुम्हें करना होगा। मुझे डेढ़ दो बजे बुलाया गया कागज पकड़ाया गया। सोमवार को पीए का फोन आया कि अध्यक्ष जी कह रहे हैं कि हर हाल में यहां आओ, मैंने जाते ही दस्तखत किए पढ़ा भी नहीं क्या लिखा है? हरीश गौड़ ने मुझे बताया कि पेटीएम वाले मामले में भी मंदिर समिति के नाम से मुकदमा किया गया बाद में पेटीएम मंदिर समिति का ही निकला मुकदमा किसी और पर हो गया। उस वक्त अनिल ध्यानी के नाम से मुकदमा करवाया गया था। जो हरीश गौड़ मुकदमे में भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी का नाम कोड कर रहे थे, वहीं फोन पर बता रहे थे कि वह अनिल बलूनी को जानते तक नहीं, ना कभी बलूनी को देखा है।

हरीश गौड़ ने एक और गंभीर बात बताई कि स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत उनके विरोध में रहते हैं। अब जो व्यक्ति मेरे विरुद्ध मुकदमें में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का नाम लिखते हो और फोन पर उनके बारे में इस प्रकार की बातें बता रहे हो, समझा जा सकता है कि हरीश गौड़ पर किस प्रकार दबाव डाला गया होगा? हरीश गौड़ ने बताया कि अजेंद्र अजय ने 5 महीने पहले उन्हें काम से हटाया हुआ था जबकि यह सरकारी पोस्ट है। समिति के एक और कार्मिक राकेश सेमवाल को भी सस्पेंड किया था। उन्होंने बताया कि अगर मैं मुकदमा नहीं करता तो वह दूसरी किस्म का आदमी है। गौड़ ने बताया कि मुकदमा सरकार के दबाव में हुआ है।

मुकदमा मेरे नाम से मंदिर समिति ने दबाव डालकर करवाया। हरीश गौड़ ने बताया कि उनकी इस संदर्भ में एसपी से भी बात हुई थी और एसपी साहब ने उन्हें बताया था कि यह मामला नहीं बनता। इसी प्रकार की तमाम बातें हरीश गौड़ द्वारा बताई गई जिससे स्पष्ट हुआ कि किस प्रकार बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने साजिशन मुझे डराने, मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता पर अंकुश लगाने, मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को छीनने के लिए यह झूठा मुकदमा मुझ पर करवाया है।

महोदय में वर्ष 2001 से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं, पत्रकार व प्रदेश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मेरे द्वारा हमेशा जनहित के सवाल सड़क से लेकर टीवी चैनलों, यू ट्यूब चैनलों, शोशल मीडिया के माध्यम से उठाए जाते रहे हैं। ऐसा करना पत्रकारिता धर्म है। लेकिन जिस प्रकार बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय द्वारा यह कृत्य किया गया यह वास्तव में बहुत बड़ा षड्यंत्र प्रतीत होता है।

विगत वर्ष 18 मई 2023 को बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से मिलकर जो आरोप अध्यक्ष अजेंद्र अजय पर लगाए उससे करोड़ों केदार भक्तों की भावना को ठेस पहुंची कि अध्यक्ष बाबा केदार के धाम में ऐसे काम करवा रहे हैं। तीर्थ पुरोहितों द्वारा जिस प्रकार केदारनाथ के गर्भ गृह में लगे सोने का पीतल होने के वीडियो जारी किए गए, वो देश दुनिया में प्रसारित हुए। उससे करोड़ों भक्तों के साथ मेरी भी धार्मिक आस्था आहत हुई है।

अतः अजेंद्र अजय पर मुझे प्रताड़ित करने व केदारनाथ के करोडों भक्तों की धार्मिक भावना को आहत करने का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। अतः आपसे अनुरोध है कि मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय जिन पर केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों, मंदिर समिति के सदस्यों ने बोर्ड की बैठकों के विपरीत काम करने का आरोप लगाया गया है। जिन पर मंदिर समिति के 10 करोड रुपए सरकार को देने के आरोप लगे हैं। अपने सगे भाई को नियम विरुद्ध बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति में फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है। जिन पर हेली सर्विस से मंदिर समिति को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने का आरोप है के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाय।

मुझे आशंका है कि जिस प्रकार का सुपारी किलर जैसा कृत्य अजेंद्र अजय द्वारा किया गया है उनके साथ इस साजिश में और लोग भी शामिल हो सकते हैं। में इनकी गंभीर जांच की मांग करता हूं। इनके फोन कॉल डिटेल्स से लेकर इनकी तमाम लोकेशन की जांच आवश्यक है। केदारनाथ में पंडा पुरोहितों के सोने से पीतल वाले आरोप, अजेंद्र अजय के कार्यकाल में अभी तक हुए सभी कामों की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है।

अजेंद्र अजय के बारे में जो बातें हरीश गौड़ ने बतायी है, उसे देखते हुए मुझे आशंका है कि वो भविष्य में मुझे व मेरे परिवार, बच्चों को हानि पहुंचा सकते हैं। यदि मेरे किसी परिजन के साथ कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी बद्रीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की होगी। प्रकरण पर आवश्यक और समयबद्ध जांच की उम्मीद करता हूं।

 

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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