देहरादून : कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में जिलाधिकारी और मांग पत्र दिया। सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने का जो प्रोजेक्ट पांच वर्ष पहले शुरू किया गया था। वह आज भी अधूरा है।
उन्होंने कहा कि हमने देहरादून कैसा स्मार्ट बना उसका एक अभियान चलाया। पूरे देहरादून की जनता को स्मार्ट सिटी दिखाने के लिए सबसे पहले हमने गड्ढ़ों में सड़क और सड़क में गड्ढे ये अभियान चला करके देहरादून के विभिन्न जो मुख्य मार्गों की बदहाली को हमने दिखाया।
चाहे वो सहस्त्र धारा रोड हो, चाहे वो कैनाल रोड हो। चाहे वो राजपुर रोड में ओल्ड मसूरी रोड से लेकर के डाक पट्टी तक की सड़क हो। चाहे वो धर्मपुर विधानसभा के विभिन्न मार्ग जो बदरी चौक से लेकर और दून विश्वविद्यालय की सड़क हो। इसके अलावा हरिद्वार बाईपास की सड़क हो, सबकी हालत इतनी खराब है कि उन पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है।
बंजारा वाला की सड़कों का नजारा देहरादून की जनता को हमने फेसबुक लाइव के माध्यम से, चैनल्स के माध्यम से, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, माध्यम से प्रिंट मीडिया के माध्यम से दिखाया और आज हम जिलाधिकारी को यह ज्ञापन देने आए हैं कि बहुत बड़ा घोटाला स्मार्ट सिटी के नाम पर हुआ है।
सैकड़ों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। देहरादून स्मार्ट नहीं बना, ना सड़कें स्मार्ट बनी, न सीवर सिस्टम स्मार्ट बना, न पीने के पानी का सिस्टम स्मार्ट हुआ, न बिजली का सिस्टम स्मार्ट हुआ, न ट्रैफिक स्मार्ट हुआ न अस्पताल स्मार्ट हुए। स्कूल स्मार्ट हुए और न कॉलेज स्मार्ट बने। देहरादून जीस हालत में था, उससे भी बदतर हालत में पहुँच गया।
हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बाद इसलिए हमने मांग की है कि उच्च स्तरीय जांच स्मार्ट सिटी में जो हुआ है, घोटाला उसकी कराई जाए। इसके अलावा देहरादून में जो टूटी हुई सड़कें हैं, उनको तत्काल दुरुस्त किया जाए, जो सीवर का हाल है। पूरे शहर के अंदर पीने के पानी की जो व्यवस्था खराब है, ट्रैफिक की जो व्यवस्था खराब है, उसको ठीक किया जाए।
जिला अस्पताल को और मेडिकल कॉलेज दून अस्पताल है, उनकी व्यवस्थाएं ठीक की जाएं। इसके अलावा सरकारी स्कूलों को ठीक किया जाए। धस्माना ने कहा कि ये हमने आज मांग पत्र दिया है। इसके अलावा कालिदास रोड में जो मुख्यमंत्री आवास न्यू कैंट रोड से लगता है। कुछ दूरी पर राजभवन है, वहां सड़क पर सीवर बह रहा है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि देहरादून शहर किस तरह बदहाल हो गया है।