Monday , 23 December 2024
Breaking News

उत्तराखंड ब्रेकिंग : ब्लैक फंगस से पहली मौत से हडकंप, 21 में हो चुकी पुष्टि

ऋषिकेश : उत्तराखंड से बड़ी खबर है। एम्स (AIIMS) ऋषिकेश में एक मरीज की ब्लैक फंगस (BLACK FUNGUS) से मौत हो गई है। राज्य में ब्लैक फंगस से पहली मौत है। जिस 36 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है, वह देहरादून से रेफर होकर एम्स पहुंचा था। अब तक 21 ब्लैक फंगस की  पुष्टि हो चुकी है। जिन मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, उनमें से 11 की उम्र 50 वर्ष से अधिक है।

AIIMS ऋषिकेश के निदेशक पदमश्री प्रो. रविकांत ने बताया कि बीते कुछ दिनों में एम्स में 17 मरीजों में BLACK FUNGUS की पुष्टि हुई है। इनमें सात मरीज ऐसे हैं, जो पहले से ब्लैक फंगस से ग्रसित होने के बाद उपचार के लिए आए थे। दस मरीजों को कोरोना संक्रमण के कारण यहां भर्ती किया गया था, जिनका शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ था। इनमें ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आए तो जांच कराई गई। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात ब्लैक फंगस से एक मरीज की मौत भी हो गई, जबकि 16 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें 10 मरीजों की सर्जरी की जा चुकी है और 6 की सर्जरी की जानी है।

ब्लैक फंगस के 16 मरीजों में 14 कोविड एक्टिव हैं। इन मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो जाने के बाद DOCTOR अध्ययन भी कर रहे हैं। वहीं, ENT विशेषज्ञ और टीम लीडर डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती जिन मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, उनमें देहरादून से दो, हरिद्वार से तीन, रुड़की से दो, ऋषिकेश, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर और अल्मोड़ा से एक-एक मरीज शामिल है। उत्तर प्रदेश के शामली, अलीगढ़, मंडावर, मुरादाबाद और मेरठ के पांच मरीज हैं।

AIIMS ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के प्रभावित 17 मरीज मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन ने इनके लिए 30 बेड का अलग वार्ड बनाया है। इन सभी मरीजों को वहां शिफ्ट कर दिया गया है। डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि यह वार्ड आइसीयू सुविधा से युक्त है। 12 चिकित्सकों का दल इसके लिए गठित किया गया है। वार्ड के भीतर भी दो पार्ट बनाए गए हैं। इनमें कोरोना संक्रमित और सामान्य मरीजों को अलग-अलग रखा गया है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

AIIMS ने दिया नया जीवन

UTTARAKHAND: सांस नली में फंसी ‘गिट्टी’, संकट में था मासूम का जीवन, AIIMS ने लौटाई सांसें

खंऋषिकेश : AIIMS ऋषिकेश ने 7 साल के मासूम को नया जीवन दिया है। बच्चे …

error: Content is protected !!