उत्तरकाशी : पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में देवस्थानम बोर्ड बनाया गया था। तब से ही तीर्थ पुरोहित इसका विरोध कर रहे हैं। लगातार पूर्व CM त्रिवेंद्र रावत ही पुरोहितों के तारगेट रहे हैं। उनको हटाए जाने के पीछे इस फैसले का भी एक कारण माना गया। उन्होंने गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष और अन्य पुरोहितों को कांग्रेसी कह दिया था।
उनके बयान के बाद अब तीर्थ पुरोहित और भड़क गए हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष ने तो त्रिवेंद्र को मुस्लिमों से मिला हुआ बता दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पूरी तरह से झूठ बोल रहे हैं। बोर्ड बनाने और मंडल बनाने के लिए भी उन्होंने किसी भी विधायक को नहीं पूछा गया।
उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत की सतपाल महाराज से भी नहीं बनती थी। पूर्व सीएम ने महाराज को खूब परेशान किया था। यमुनोत्री विधायक ने भी कहा कि उनसे नहीं पूछा गया था। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत किसी की भी नहीं सुनते थे। मंदिर समिति अध्यक्ष ने कहा कि या तो ये विधर्मी है या फिर मुस्लमानों को प्लांट किया हुआ है।