बागेश्वर: एक ही स्कूल में प्रेमी 10वीं का छात्र, प्रेमिका 9वीं की छात्रा और उनका बच्चा चौथी कक्षा का छात्र। है ना हैरानी की बात? लेकिन ये अजब प्रेम की कई गजब कहानी उत्तराखंड के बागेश्वर की है। हालाँकि, इन सभी नाबालिगों ने ये काल्पनिक रिश्ते अपने प्यार के साथ रहने के लिए बनाए। तीनों अपना अलग संसार बसाने के लिए घर से भी भाग गये, लेकिन हल्द्वानी पहुँचते ही असमंजस में पड़ गये, कि अब जाएँ तो जाएँ कहाँ और करें तो करें क्या? इसी बीच पुलिस की नजर इन तीनों पर पड़ती है और फिर… आगे पढ़ें..
मामला बागेश्वर के नाबालिगों के प्रेम प्रसंग का है। यहां बागेश्वर के कठायतबड़ा निवासी 10वीं के छात्र को अपने ही स्कूल की 9वीं की छात्रा से प्यार हो गया। नाबालिगों के मन में प्यार का ऐसा भूत घर कर गया कि, अपने प्यार के लिए ये दोनों कुछ भी करने को तैयार हो गये। दोनों ने घर से भागने का मन बनाया। इसी दौरान दोनों को लगा कि, एक बच्चे के बिना उनकी प्रेम कहानी अधूरी सी है, तो वे अपने ही स्कूल के कक्षा 4 के एक बच्चे को अपना बेटा बनाकर ले गये। इधर जब सभी बच्चों का शाम तक कुछ पता नहीं चला तो, परिजनों ने मिलकर पुलिस को सूचना दी। सभी की गुमशुदगी दर्ज कर दी गई। आगे पढ़ें..
ये तीनों नाबालिग अपना घर छोड़कर रविवार को हल्द्वानी पहुंच गये। लेकिन अब घर से भागने के बाद यहां से उनको समझ ही नहीं आया कि आगे क्या करें और कहां जाएं। इसी दौरान असमंजस में बैठे तीनों बच्चों को संदिग्ध देख पुलिस ने इनसे पूछताछ की। पूछताछ के बाद पुलिस इनको साथ ले आई और उनके परिजनों से संपर्क किया। जब नाबालिगों ने खुद के बागेश्वर का निवासी होना बताया तो वहां की पुलिस से संपर्क साधा गया। फिर पता चला कि, वहां पुलिस इन बच्चों को तलाश रही है। जिसके बाद पुलिस ने सभी नाबालिगों को उनके परिजनों को सौंप दिया। गनीमत यह रही कि, किसी फिल्म जैसी इस छोटी सी ‘नाबालिग प्रेम कहानी’ के किरदारों का किसी ‘विलेन’ से सामना नहीं हुआ।