केदारनाथ धाम मार्ग में बड़ा हादसा हुआ है। यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग में भूस्खलन जोन में पहाड़ी से गिर रहे पत्थर की चपेट में आने से एक यात्री की मौत हो गई। तीन यात्री घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। अन्य दो यात्रियों का SDRF और पुलिस ने रेस्क्यू किया है।
यह हादसा सोमवार देर शाम को उस वक्त हुआ जब केदारनाथ से लौट रहे छह यात्री सोनप्रयाग में ऊर्जा निगम के पावर हाउस के पास भूस्खलन जोन में पहाड़ी से गिर रहे पत्थर और मलबे में फंस गए। सूचना पर उप निरीक्षक आशीष डिमरी के नेतृत्व में SDRF और NDRF की टीम ने रेस्क्यू किया। रेस्क्यू के दौरान एक शव बरामद किया गया, जिसकी शिनाख्त गोपाल (50 ) पुत्र भक्तराम, मध्य प्रदेश के रूप में हुई है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सोनप्रयाग बाजार से लगभग एक किलोमीटर आगे भूस्खलन जोन में पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिरने से तीर्थ यात्री फंस गए। क्षेत्र में अन्य यात्रियों की होने की आशंका को देखते हुए खोजबीन की जा रही है। जरूरी हुआ तो आज भी खोजबीन की जाएगी।
उप निरीक्षक आशीष डिमरी ने बताया कि सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच लगातार भूस्खलन हो रहा है। ऐसे में तीर्थ यात्रियों के आवागमन के समय दिक्कतें हो रही हैं। सोमवार यानी 9 सितंबर की देर शाम को केदारनाथ हाईवे पर पहाड़ी से मलबा आ गया, जिसके कारण कुछ तीर्थयात्री मलबे में दब गए। इसके बाद आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोनप्रयाग-मुनकटिया के बीच मलवा गिरने से हुए हादसे की दुःखद सूचना प्राप्त होने पर शोक संवेदना व्यक्त की। उधर, सूचना मिलते ही SDRF, NDRF और सेक्टर मजिस्ट्रेट सोनप्रयाग को तुरंत रेस्क्यू के लिए रवाना किया गया।
इस दौरान मौके पर पहुँचकर रेस्क्यू टीम द्वारा तेजी से अभियान चलाया गया। जिसमें 1 मृतक और 2 घायलों को बाहर निकाला गया। घायलों को इलाज के लिए तुरंत एम्बुलेंस के माध्यम से सोनप्रयाग भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे में हमने एक अनमोल जीवन खो दिया है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है और सरकार द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है।