देहरादून: चारधामा यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक अब तक कई श्रद्धालुओं की मौत हार्ट अटैक के कारण हो चुकी है। 24 घंटों की बात करें तो 7 तीर्थ यात्रियों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं। लगातार हो रही मौतों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। चारों धामों में अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है।
चिंता की बात यह है कि 56 में से 54 की मौत की दिल का दौरा पड़ने से हुई हैं। शुक्रवार को बदरीनाथ धाम के दर्शन कर जोशीमठ लौटे भानुभाई निवासी सूरत गुजरात को अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई। परिजन उन्हें सीएचसी जोशीमठ ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बदरीनाथ धाम में ही दोपहर करीब साढ़े तीन बजे महिला तीर्थयात्री वीणा बेन गुजरात की तबीयत खराब हो गई। उनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।
केदारनाथ में दो यात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सीएमओ डॉ. बीके शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को धाम पहुंचे प्रदीप कुमार कुलकर्णी निवासी पुणे, महाराष्ट्र और बंशी लाल निवासी गडचेली मध्य प्रदेश की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। केदारनाथ यात्रा में अभी तक कुल 23 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसमें 22 को दिल का दौरा पड़ा है। इसके अलावा ऋषिकेश में विभिन्न प्रांतों से आए तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई।
इसमें चारधाम यात्रा से लौटे उत्तरप्रदेश के गोरखपुर निवासी अवधेश नारायण तिवारी की हालत मुनिकीरेती में गंगा स्नान के बाद बिगड़ी। वहीं, मध्य प्रदेश से आए 22 यात्रियों के दल में शामिल सौरम बाई की भी अचानक तबीयत बिगड़ गई। दोनों को अस्पताल पहुंचया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। जबकि, गुरुवार देर रात बस के पास बेहोश मिले उमेश दास जोशी निवासी मलाड, मुंबई को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।