देहरादून: एम्स ने कई लोगों को खतरे में डाल दिया है। खतरा केवल एम्स ने ही नहीं, बल्कि कोरोना पाॅजिटिव युवक भी खड़ा किया। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी चुप्पी साधे रहे। उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील क्षेत्र का एक युवक कोरोना पाॅजिटिव पाया गया। हैरानी की बात ये है कि युवक का सैंपल ऋषिकेश एम्स में लिया गया था। एम्स ने सैंपल लेने के बाद युवक को घर भेज दिया।
युवक की गलती जो भी है, लेकिन उससे बड़ा सवाल एम्स पर उठ रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर एम्स ने कोरोना संदिग्ध का सैंपल लेने के बाद कैसे घर जाने दिया। जबकि युवक में कोरोना के लक्षण नजर आ रहे थे। एम्स को युवक को अस्पताल में ही भर्ती करना चाहिए था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। युवक ऋषिकेश से बस में सवार होकर बड़कोट पहुंचा। वहां उसे क्वारंटीन सेंटर में रखा गया। क्वारंटीन सेंटर में उसके साथ रहे लोगों को भी खतरा हो गया है।
सके अलावा उन 6 युवकों को भी आइसोलेट किया गया, जो युवक के साथ आए थे। उनको कुथनौर में क्वांटीन किया गया था। इस दौरान उनके संपर्क में आए लोगों पर भी खतरा मंडरा रहा है। साथ ही कई अन्य लोग भी उसकी चपेट में आए होंगे। पुलिस लोगों का पता लगाने में जुट गई है। बस के चालक और परिचाल और उनके परिवारों पर भी खतरा मंडरा रहा है।