श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में भारतीय सेना ने एक बार फिर अदम्य साहस और बहादुरी की इबारत लिखी है। कायर आतंकी घर में छिपकर फायरिंग कर रहे थे। नापाक मंसूबे वाले इन आतंकियों ने घर में कई लोगों को बंधक बना लिया था। लेकिन, आर्मी के जवानों ने जान की परवाह नहीं करते हुए छिपे आतंकियों से जोरदार मोर्चा लिया। फायरिंग के बीच जांबाजों ने नागरिकों को घर से सुरक्षित निकालते हुए खुद को देश पर कुर्बान कर दिया।
हंदवाड़ा के चांजमुल्ला इलाके में आतंकियों की मौजूदगी का खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया। इसमें सेना की राष्ट्रीय रायफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान शामिल हुए। नागरिकों को आजाद कराने के लिए सेना के कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश घर में घुसे। पांच लोगों की इस टीम में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर शकील काजी भी शामिल थे.
एक-एक करके घर में बंधक बनाए गए सभी नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। भीषण गोलीबारी के बीच सेना के जांबाजों ने पहले नागरिकों को महफूज किया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बहादुर जवानों को कई गोलियां लग गईं। इन जांबाजों में से एक शहीद कर्नल आशुतोष कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान में पहले भी कई बार बहादुरी दिखा चुके थे। उन्हें दो बार वीरता पदक मिल चुका था। कश्मीर घाटी में तैनात श्रेष्ठ कमांडिंग ऑफिसर्स में उनकी गिनती थी। भारतीय सेना के जांबाजों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी ढेर हो गए।