देहरादून: उत्तराखंड में आईएएस अधिकरियों के तबादले मजाक बन कर रहे गये हैं। यहाँ 2 दिन के भीतर ही दो जिलों के जिलाधिकारी 3 बार बदल दिए गये हैं।
दरअसल, गुरूवार को 8 आईएएस और 5 पीसीएस अधिकारियों का तबादला हुआ। इस सूची के अनुसार, IAS विनीत कुमार को बागेश्वर जिले का डीएम बनाया गया और IAS मयूर दीक्षित को जिलाधिकारी उत्तरकाशी बनाया गया। लेकिन दो दिन बाद ही इसमें संशोधन किया गया।
संशोधित आदेश के अनुसार, IAS विनीत कुमार को उत्तरकाशी का जिलाधिकारी बनाया गया और IAS मयूर दीक्षित को बागेश्वर का जिलाधिकारी बनाया गया।
यह सिलसिला यहीं नहीं थमा कुछ घंटे बाद ही फिर एक और संशोधित आदेश आया। अब फिर इस संशोधित आदेश के अनुसार इस आदेश को रद्द कर पुराने आदेश को ही यथावत रखा गया। यानि अब IAS विनीत कुमार ही बागेश्वर जिले के डीएम होंगे और IAS मयूर दीक्षित उत्तरकाशी के जिलाधिकारी होंगे।
जिलाधिकारी सरीखे पद का इस तरह घंटों में बदल जाना एक बार कई सवाल खड़े कर रहा है। इससे पहले भी उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर ब्यूरोक्रेट के तबादले राजनीति दखल से होने के चर्चे कई बार सामने आये। कई बार ब्यूरोक्रेट की पदस्थापना उनकी योग्यता से नहीं बल्कि नेताओं की गणेश परिक्रमा से होने के भी चर्चे हुए तो कभी नेताओं से अनबन को लेकर तबादलों की बात सामने आई।
वहीं इन दिनों ऊधमसिंह नगर के पूर्व एसएसपी बरिंदर जीत सिंह द्वारा तबादला आदेश के खिलाफ कोर्ट जाना भी चर्चाओं में है। उन्होंने तबादले को चुनौती देने के साथ ही डीजीपी अनिल रतूडी, डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार और पूर्व आईजी कुमाऊं जगतराम जोशी के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। मामले में हाई कोर्ट ने अब संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया है। उन्होंने कहा कि, उन्हें 12 साल की सेवा में ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठ होने का इनाम आठ तबादले करके दिया गया है।