देहरादून: उत्तरकाशी जिले में कोविड-19 यानि कोरोना वायरस से बचाव और नियंत्रण के लिए जिले को अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर प्रभारी को उनके क्षेत्र में बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारंटीन करने और उनकी गतिविधि पर नजर रखने के लिए कहा गया है। उनको जिम्मेदारी दी गई है कि कोई क्वारंटीन के लिए तय गाइडलाइन का उल्लंघन ना करे।
इसी से जुड़ा मामला न्यूखालसी का सामने आया। यहां अनिल सिंह और उनका परिवार हरिणयाण से आया था। उनको होम क्वारंटीन किया गया था। सेक्टर मजिस्ट्रेट ने क्षेत्र के इन लोगों की एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें 51 लोगों के खिलाफ मुकदमें की संस्तुति की गई थी। इस सूची में तीन साल और 6 माह के दो बच्चों के नाम भी शामिल थे।
इस मामले को लेकर ग्राम प्रधान ने जिला पंचायत सदस्य प्रदीप भट्ट से शिकायत की। भट्ट ने इसकी शिकायत डीएम से की, जिसके बाद डीएम ने मामले का संज्ञान लिया और सेक्टर मजिस्ट्रेट सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता गिरीश राणा को सस्पेंड कर दिया। लेकिन, इस मामले में सूची को मुकदमें के लिए संस्तुत करने वाले डुंडा एसडीएम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं, इस पूरे मामले में जब एसडीएम से पूछा गया था, तो उन्होंने ऐसा किसी भी तरह का मामला होने से इंकार कर दिया था।